लोटा भंटा मेला में लोगों की लगी भीड़, ये है मान्यता
वाराणसी। रामेश्वर के लोटा-भंटा मेले में सोमवार को सौकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दोपहर तक लोग वरूणा के कछार में अहरा पर बाटी-चोखा लगाने के इंतजाम में लोग जुटे थें। वहीं रामेश्वर धाम में भी दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं का तांता भी लगा हुआ था। सुबह से ही लोग रामेश्वर धाम में दर्शन-पूजा करने के बाद मंदिर के आसपास अपने परिवार और समूह के साथ मिलकर बाटी चोखा बनाने में लगे हुए थें।
मान्यताओं के मुताबिक रामेश्वर में भगवान राम और शिव का हुआ था मिलन
जनश्रुति है कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम ने लंकापति रावण के वध के बाद प्रायश्चित के लिए रामेश्वर में प्रवास किया था। यहां उन्होंने वरुणा नदी से एक मुठठी रेत लेकर शिवलिंग की स्थापना की थी। शिव व राम का प्रथम मिलन होने के कारण यह रामेश्वर धाम नाम से जाना जाता है। एक और मान्यता के अनुसार हजारों वर्ष पूर्व एक युवा दम्पत्ति ने पुत्र व कल्याण की कामना से अगहन मास के कृष्ण पक्ष के छठे दिन यहां रात्रि विश्राम कर भगवान राम का स्मरण किया था।