बभनियांव गांव : उत्खनन में मिला एक फीट लंबा भाले का टुकड़ा
मिट्टी पाथने वाली थापी और पूजा में उपयोग होने वाले पूर्णकलश भी मिले
थापी पर बनी डिजाइन का पुरातत्व टीम ने पिछले दिनों मिले मिट्टी के बर्तनों से किया मिलान
Varanasi: बभनियांव गांव में ऐतिहासिक कालखंड की खोज कर रही टीम को एकमुखी शिवलिंग के गर्भगृह का पूर्वाभिमुख प्रवेश द्वार मिला। पुरातत्व टीम का मानना है कि प्रारम्भिक गुप्तकाल में बने शिवमंदिर में आने-जाने के लिए इसी रास्ते का प्रयोग किया जाता रहा होगा। फिलहाल आगे की खुदाई में पता चलेगा कि गर्भगृह के नीचे क्या है।
उत्खनन के वक्त बारिश होने से काम करीब एक घंटे तक बाधित रहा। जिस पहली खंत्ती (गढ्ढे) में एकमुखी शिवलिंग और गर्भगृह मिला है, उसकी चारों दिशाओं में एक मीटर के वृत्ताकार में सफाई शुरू की गई। उत्खनन में करीब एक फीट लंबा भाले का टुकड़ा , मिट्टी पाथने वाली थापी और पूजा में उपयोग होने वाले पूर्णकलश मिले।
संभावना जतायी जा रही है कि उस कालखंड में सुरक्षा प्रहरी भाले का प्रयोग करते थे। थापी पर बनी डिजाइन का पुरातत्व टीम ने पिछले दिनों मिले मिट्टी के बर्तनों से मिलान किया। जिससे स्पष्ट हो गया कि इस तरह की थापी से कुम्हार मिट्टी के बर्तन बनाते थे। पूर्वाभिमुख प्रवेशद्वार पर लगे ईंट-पत्थर परवर्ती गुप्तकाल के पाए गए। वृत्ताकार गर्भगृह की लाइन ड्रॉइंग बीएचयू के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एंव पुरातत्व विभाग के ड्राफ्टमैन शिव कुमार ने बनाई और इसका फोटो विभागीय फोटो ग्राफर वरुण कुमार सिन्हा ने लिया।