Varanasi 

आरोप-प्रत्यारोप : जबरदस्ती हॉस्टल खाली कराए जाने पर बिफरे BHU students, VC लॉज के सामने दिया धरना

Varanasi : एक तरफ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर बीएचयू प्रशासन ने लॉकडाउन में फंसे रूइया छात्रावास के शास्त्री, आचार्य और पीएचडी के तकरीबन 15-20 छात्रों को हॉस्टल से जबरन बाहर निकाल दिया है। बाहर निकले छात्रों का कहना है कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वह कहां जाएं। विश्वविद्यालय के रवैये से क्षुब्ध छात्र गुरुवार को वीसी लॉज के सामने धरने पर बैठ गए। छात्रों ने आरोप लगाया, प्रॉक्टोरियल बोर्ड की ओर से बुधवार की रात यह कहते हुए उनके कमरों में ताला लगा दिया की जल्दी से हॉस्टल खाली करो वरना डंडे मार कर खाली करवाएंगे।

अलग-अलग जगहों के हैं छात्र

छात्रों का कहना है, संकट की घड़ी में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उठाया गया कदम उचित नहीं है। एक शोध छात्र ने बताया कि हममें से बहुत छात्र अलग-अलग जगहों से हैं। कुछ का घर काफी दूर है। प्रशासन सिर्फ बॉर्डर तक पहुंचाएगा, उसके आगे हम कैसे जाएंगे? इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन भी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। विश्विद्यालय प्रशासन का कहना है कि जहां भी जाना है जाओ पर हॉस्टल खाली करो। एक और छात्र ने बताया कि जिन छात्रों को हॉस्टल से जबरन बाहर निकाला गया है उनके लिए घर भेजने की कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है। बताया, ऐसी परिस्थिति में अब हम कहीं के नहीं रहे। इस स्थिति को देखते हुए अन्य छात्रावास के भी छात्र अब धरने में जुट गए हैं। कहना है, विवि प्रशासन द्वारा लिया गया निर्णय ठीक नहीं है।जब तक बीएचयू प्रशासन द्वारा हम छात्रों के हित में कोई उचित निर्णय नहीं लिया जाता तब तक हम धरने पर रहेंगे। धरने में चक्रपाणि ओझा, सत्येंद्र शर्मा, नवनीत, विजय, ज्ञानेश, अमन, सौरव, आदित्य, रितेश, शिवम आदि छात्र शामिल हैं।

बोले पीआरओ

बीएचयू के पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि गर्मी छुट्टी होने के कारण हॉस्‍टल खाली करवाया जा रहा है जिससे कि हॉस्टल को रेनोवेट कराया जा सके। इसके लिए छात्राें से जबरदस्‍ती नहीं किया जा रहा है।

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