नकली दवा मामले में फार्मा कंपनी की मालकिन अरेस्ट : दवा में कच्चे माल की जगह मिला देते थे चाक मिट्टी, चीनी और स्टार्च
Varanasi : जिले में नकली दवा का स्टोर कर देश भर में इसकी आपूर्ति करने वाली नकली दवा कंपनी की मालकिन को गिऱफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपित रजनी भार्गव को हिमाचल प्रदेश के दवा नियंत्रण कंपनी के दफ्तर से पकड़ा। उसे तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। नकली दवाइयों में कच्चे माल के स्थान पर चाक मिट्टी, चीनी व स्टार्च की मिलावट की जाती थी।
औषधि प्रशासन की टीम ने पिछले दिनों मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी। इस दौरान भारी मात्रा में नकली दवाइयों की खेप मिली थी। इस पर जांच में पता चला कि ये दवाइयां हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी स्थित रजनी भार्गव की कंपनी में तैयार की गई थीं। इस पर कंपनी मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। तभी से वाराणसी व हिमाचल प्रदेश की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने उसे हिमाचल प्रदेश के राज्य दवा नियंत्रण कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया।
कंपनी की मालकिन ने बताया कि वह उत्तराखंड व असम के उद्योगों के नाम पर नकली दवा बना रही थी। इनमें एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट यानी कच्चे माल की जगह चाक मिट्टी, चीनी व स्टार्च की मिलावट की जाती थी। कंपनी लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर करोड़ों का मुनाफा कमा रही थी। इस काम में रजनी के साथ कई अन्य शामिल थे।