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दुनिया के पढ़े-लिखे तीन भाइयों की दास्तान, बीएचयू नाम पर देता है अवार्ड

सबसे पढ़े-लिखे विद्यापति के तौर पर कुनबे की पहचान

Varanasi : काशी वि‍द्वानों का गढ़ रही है। यहां के ज्ञान की धारा ने दुनि‍या के बौद्धि‍क भूमि‍ को सींचा है। वि‍द्वानों की इसी कड़ी में हम आपको मि‍लवाते हैं बनारस के एक ऐसे परि‍वार से जि‍नके नाम पर अवार्डों का इंटरनेशनल रि‍कॉर्ड है। देश के सबसे पढ़े-लिखे विद्यापति के तौर पर भी इस कुनबे को जान जाता है। उपलब्धि के लिए 2013 लिम्का बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड ने इस परिवार को तीन बार राष्ट्रीय रिकार्ड की श्रेणी में स्थान दिया गया है।

रि‍कॉर्ड में नाम

अशोक नगर कॉलोनी मीरापुर बसहीं में अमर बंधु के नाम से पहचाने जाने वाले तीन भाइयों का परि‍वार रहता है। इन्हें तकरीबन 150 से भी अधिक आकादमि‍क पुरस्कार मिल चुके हैं। अमर बंधुओ ने देश की सर्वोच्च शिक्षा डिलीट की डिग्री 2002, 2003, 2004 में प्राप्त की है। तीनों भाइयों को अब तक अपने क्षेत्र में 150 से अधिक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। वर्ष 2005 में इस परिवार को फैमिली विद मोस्ट डिलीट डिग्री के लिए भी लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल किया गया।

कई किताबों की फेहरिस्त

अमर बंधुओं में से एक डॉ. अमर नाथ सिंह ने बताया कि हम तीनों भाइयों ने डीलिट डिग्री प्राप्त की है। तीनों भाई अपने अपने क्षेत्र में अब तक 12 से 14 किताबें लिख चुके हैं। हर किताब को भारत सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मान दिया जा गया है।

बीएचयू देता है पुरस्‍कार

अमर नाथ सिंह ने बताया, काशी हिंदू वि‍श्‍ववि‍द्यालय लीजेंड पर्सनालिटी के नाम से मेडल सृजित करती है। हम तीनों भाइयों के नाम से अलग-अलग डीपार्टमेंट में हर साल बच्चों को मेडल दिया जाता है, जिसमें एलएलएम में टॉप करने वाले छात्र को अमर नाथ सिंह के नाम से मेडल दिया जाता है। इसी प्रकार एमजे में टॉप करने वाला छात्र प्रोफेसर अमर बहादुर सिंह के नाम से गोल्ड मेडल प्राप्त करता है, जो छात्र एमए सोश्लॉजी से टॉप करता है उसे अमर ज्योति सिंह के नाम से गोल्ड मेडल दिया जाता है।

दादा और पि‍ता के नाम भी पुरस्‍कार

पॉलिटिकल साइंस से टॉप करने वाले छात्रों को अमर बंधुओं के दादा ठाकुर संग्राम सिंह के नाम से गोल्ड मेडल दिया जाता है। अमर बंधुओं ने बताया, उनके पिता आईआरएस ऑफिसर थे। आईआइटी बीएचयू और एमएससी साइंस में मैथ्स में टॉप करने वाले छात्रों को अमर बंधुओं के पिता के नाम से गोल्ड मेडल दिया जाता है।

पढ़े लि‍खे जुड़वा भाई

प्रोफसेर अमर ज्योति सिंह ने बताया कि मैं और मेरे भाई अमरनाथ सिंह जुड़वा हैं। हम दोनों को 2007 में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे जुड़वा भाई का भी अवार्ड मिल चुका है। हम तीनों भाइयों को बचपन से ही पढ़ने लिखने का काफी शौक रहा। परिवार में ऐसा महौल भी मिला जिससे हम पढ़ने के लिए प्रोत्साहित होते गए।

कोई अधि‍वक्‍ता तो कोई प्रोफेसर

प्रोफेसर अमर बहादुर सिंह ने बताया, हम तीनों भाइयों ने अपने-अपने क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी डिग्री डीलिट की उपाधी प्राप्त की है। मेरे भाई डॉ. अमरनाथ सिंह इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थायी अधिवक्ता हैं। मैं और मेरे दूसरे भाई अमर ज्योति सिंह नेहरू फर्म भारती विश्वविद्यालय इलाहाबाद में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।

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