#Bihar : Lockdown के 21वें दिन भी Covid-19 के खौफ से लोग घरों में कैद, पब्लिक प्लेस पर थुंका तो होगी 06 महीने की जेल
प्रशासनिक सख्ती बढ़ी
सीवान जिला कोरोना से है सबसे अधिक प्रभावित
Ajit Mishra
पटना(बिहार)। देश सहित बिहार राज्य में में भी लॉकडाउन का आज 21वां दिन है। कोरोना से अब तक सबसे ज्यादा संक्रमित जिलों जिसमें सीवान, बेगूसराय और नवादा प्रमुख है को रेड जोन में रखा गया है। प्रधानमंत्री द्वारा लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ाए जाने के बाद पटना सहित बाकी सभी जिलों में कड़ी सख्ती बरती जा रही है। पुलिस ने लोगों से घरों में रहने और नियमों का पालन करने की अपील की है। सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा और पान मसाला के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। इन स्थलों पर थूकने वाले को 6 महीने जेल भी भेजा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कोरोना का संक्रमण यहां-वहां थूकने से बढ़ सकता है।
उधर, दरभंगा के क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक मजदूर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि वह टीबी से पीड़ित था। दूसरी ओर बिहार के नवादा जिले की सीमा झारखंड से लगती है जिसे सील कर दिया गया है। साथ ही एक अच्छी खबर यह है की पटना के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे 470 लोग गए घर चले गये हैं। अलग-अलग ‘एकांतवास’ में रह रहे लोगों ने 14 दिन क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर ली थी। बताया जाता है कि घर भेजने से पहले सभी की जांच की गयी इनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले। हालाकि जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में अभी भी 500 से अधिक लोगों के होने की बात कही जा रही है। वहीं दरभंगा जिले से एक दुखद खबर यह है कि वहां एक मजदूर ने अत्यधिक तनाव में की खुदकुशी कर ली।
बताया जाता है कि जिले के कमरौली गांव में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में 10 अप्रैल से रह रहे विनोद यादव (45) किसी कारण से काफी तनाव में था। वह दिल्ली में मजदूरी करता था। परिजनों ने बताया कि उसे टीबी की बीमारी थी। सम्भव है कि इस बीमारी के चलते हीं वह काफी तनाव में रहता होगा। वहीं सीवान जिला में 783 संदिग्धों में से 755 की रिपोर्ट निगेटिव निगेटिव आने से हड़कम्प मच गया है। अब तक कोरोना के प्रकोप से बिहार में सबसे ज्यादा प्रभावित जिला सीवान ही है लेकिन खबर यह भी है कि अब यहां संक्रमितों का आंकड़ा घटने लगा है। 29 पॉजीटिव मरीजों में से 6 डिस्चार्ज हो चुके हैं। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद क्वॉरेंटाइन सेंटर से भी 133 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। 783 संदिग्धों में 755 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी 1664 लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर में हैं। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. एमआर रंजन की मानें तो डिस्चार्ज मरीजों को अभी क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा गया है।