भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक : बोले प्रदेश अध्यक्ष – सरकार की योजनाओं को घर-घर जाकर बताएं, लोकसभा चुनाव के लिए दिए जीत के मंत्र
Varanasi : रोहनिया स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में शनिवार को अनुसूचित जनजाति मोर्चा की दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ हुआ। बैठक में नगर निकाय चुनाव और मिशन 2024 को लेकर मंथन हुआ। प्रदेश स्तरीय आयोजन के पहले दिन बतौर मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि अनुसूचित जनजाति को आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर काम हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य सहित तमाम योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। कहा कि आगामी नगर निकाय चुनाव व लोकसभा चुनाव को लेकर अनुसूचित जनजाति मोर्चा संगठन के लोग अभी से जुट जाएं। अपने बूथ और सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत रहें। सरकार की योजनाओं के विषय में घर-घर जाकर बताएं। घर-घर जाकर लोगों से मिलकर संगठन को मजबूत बनाएं।

भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि हमारी विचारधारा देश की संस्कृति और परंपरा को लेकर आगे बढ़ने की है। सरकार बनाने में सभी का योगदान है। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे। देश समाज के लिए आदिवासियों ने महत्वपूर्ण योगदान किया है। आदिवासी समाज के उत्थान के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। इस दौरान अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गौड़ खरगोन, सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, विधायक टी राम, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव सहित तमाम कई लोग मौजूद रहे।
बोले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश का सपना पूरा करने के लिए हमारी सरकार रात दिन काम कर रही है। यूपी के मुख्यमंत्री प्रदेश का तीव्र गति से विकास कर रहे हैं। पूर्व की सरकारों में अनुसूचित जनजाति के विकास को लेकर तमाम दावे किए गए मगर धरातल पर कुछ भी नहीं हुआ। पहले की सरकारों ने हमारी जनजाति के विकास के लिए कोई चिंता नहीं की। उन लोगों ने सिर्फ अपनी चिंता की। इसी का परिणाम है कि आज भी जनजाति समूह का समुचित विकास नहीं हो सका। वर्तमान सरकार हमारे समाज के विकास के लिए दिन-रात काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुसूचित जनजाति को जोड़ने के लिए तमाम विकास कार्यों को चलाया। आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए उनके विकास की योजनाओं पर बल दिया। संगठन की दृष्टि से हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। जनजाति समाज के लोग संकल्प के साथ आगे बढ़ें। हमें गांव को भी आगे बढ़ाना है। अपनी परंपराओं को भी आगे बढ़ाना है।