नकली कोविड टेस्ट किट और कोवैक्सीन बनाने का मामला : प्रिंटिंग प्रेस संचालक का चालान, अब इतने आरोपियों की तलाश
Varanasi : नकली कोविड टेस्ट किट और कोवैक्सीन बनाने के मामले में आरोपी प्रिंटिंग प्रेस संचालक को लंका पुलिस ने शनिवार को अस्सी-लंका वाले रास्ते से पकड़ लिया। न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। दो माह से वह फरार चल रहा था।
अबतक इस केस में प्रिंटिंग प्रेस संचालक सहित छह आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। गिरोह के दिल्ली निवासी सरगना सहित सात अन्य आरोपी फरार हैं।
SHO लंका वेद प्रकाश राय ने बताया कि आरोपी लेढूपुर निवासी भरत मिश्रा कोवैक्सीन का नकली रैपर छापता था। दो फरवरी को STF की वाराणसी इकाई ने लंका थाना अंतर्गत रोहित नगर कॉलोनी स्थित मकान में छापा मारा था। मकान के तीन कमरों से चार करोड़ रुपये की नकली वैक्सीन और पैकिंग मशीन सहित अन्य सामान बरामद हुआ था।

इस मामले में नई दिल्ली के मालवीय नगर निवासी लक्ष्य जावा, सिद्धगिरी बाग निवासी राकेश थानवी, पठानी टोला निवासी संदीप शर्मा उर्फ मक्कू, लहरतारा बौलिया का अरुणेश विश्वकर्मा और बलिया रसड़ा निवासी शमशेर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि जेल में बंद चौक थाना के पठानी टोला निवासी संदीप शर्मा उर्फ मक्कू के कहने पर अस्सी स्थित प्रिटिंग संचालक रैपर की छपाई करता था।
फरार आरोपियों में नई दिल्ली निवासी अरुण शर्मा, अरुण पटानी, मानसी, रधवीर, गुरजीत, गुरबाज और कबीरचौरा का रहने वाला राहुल जायसवाल सहित दो अन्य शामिल हैं। जिला जेल में बंद लक्सा के रामापुरा निवासी राकेश थानवी और पठानी टोला निवासी संदीप शर्मा पर रासुका लगाया गया है।