भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने जायजा लिया : जी.सी.मुर्मू ने GEM के जरिए सामान खरीदने के दो तरह के लाभ के विषय में बताया
Varanasi : भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक गिरीश चन्द्र मुर्मू ने बनारस रेल इंजन कारखाना का शनिवार को दौरा किया। इस अवसर पर बरेका रेलवे सुरक्षा बल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। महाप्रबंधक अंजली गोयल ने उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
बरेका प्रशासन भवन के कीर्ति कक्ष में महाप्रबंधक बरेका ने पावर प्वांइट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बरेका और उससे जुड़े उत्पादन गतिविधियों के विषय में विस्तारपुर्वक प्रस्तुति दी। भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक गिरीश चन्द्र मुर्मू और उनके टीम ने बरेका की महाप्रबंधक और प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्षों के साथ उत्पादन गतिविधियों, बरेका के अन्य कार्यकलापों, चल रही परियोजनाओं और भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने बरेका अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि महाप्रबंधक द्वारा बेहतरीन ढंग से दी गयी प्रस्तुति देखकर प्रसन्नता हो रही है और बरेका द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में हासिल किए गए कीर्तिमान पर मैं गौरवान्वित हूं। बरेका ने कोविड महामारी के बावजूद रिकॉर्ड संख्या में इंजनों का निर्माण किया, जो सराहनीय है। बरेका द्वारा कई अफ्रीकी देशों को लोको निर्यात भी किया गया है, जो भारत की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है। यहां के सक्षम इंजीनियर और कर्मचारी लोको की मात्रा और गुणवत्ता में वृद्धि करेंगे। साथ ही, उन्होंने GEM के माध्यम से सामग्री क्रय करने के दो तरह के लाभ के विषय में बताया- पहला प्रतिस्पर्धी मूल्य और दूसरा स्थानीय रोजगार पैदा करने वाले MSME को प्रोत्साहित करना।
नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने भविष्य की तकनीकी चुनौतियों पर ध्यान देने, आने वाले दिनों में हाइड्रोजन जैसे ऊर्जा के अन्य स्रोत पर विचार करने, प्रधानमंत्री के जीरो एमिशन, भारतीय रेलवे ट्रेनों की औसत गति बढ़ाने, ग्राहकों की शिकायतों को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी में बहुत अधिक सटीकता पर ध्यान देनें, भविष्य में प्लेटफार्म प्रौद्योगिकी के साथ रोबोटिक्स का उपयोग करने की सलाह दी। भारत सरकार की नीति के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को प्रोत्साहित करने, उत्पाद की गुणवत्ता में और सुधार करने, जिससे राष्ट्र निर्माण में मदद मिल सके, पर जोर दिया।
आगे उन्होंने कहा कि बरेका प्रमुख औद्योगिक इकाईयों में से एक है। कोविड के दौरान ऑक्सीजन के परिवहन, सूखे क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता जैसी आपात स्थितियों में दौरान रेलवे की भूमिका सराहनीय रही है। उन्होंने लोको एसी केबिनों को बिजली की आपूर्ति के लिए इंजनों में सौर पैनल फिट करने का सुझाव दिया।
बैठक के उपरांत भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक द्वारा बरेका प्रशासन भवन के हर्बल गार्डेन में औषधी पौधा रूद्राक्ष का पौधारोपण किया गया। उन्होंने बरेका में चल रहे उत्पादन गतिविधियों की जानकारी हेतु बरेका कर्मशाला का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने न्यू ब्लॉक शॉप, लोको फ्रेम शॉप, लोको असेम्बली शॉप, स्टोर डिपो में लगे ऑटोमेटिक स्टोरेज रिट्रिवल सिस्टम का गहन निरीक्षण किया।
इस अवसर पर बरेका के प्रमुख विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही महानिदेशक, लेखा परीक्षक, उत्तर रलवे आर.के.पाण्डेय, महानिदेशक व सचिव, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक आशुतोष शर्मा, निदेशक (कार्मिक) विशाल बापुसाहेब देसाई, निदेशक, लेखा परीक्षा, बरेका राजेन्द्र प्रसाद आदि मौजूद थे।
