Corona fighter : Covid-19 से जंग में नगर निगम का ‘खास रोल’, फ्लू होने के बावजूद नहीं रुके नगर आयुक्त

वाराणसी। कोरोना वायरस से जंग में पुलिस, हेल्थ वर्कर्स के साथ नगर निगम का खास रोल है। कहां गंदगी है, सीवर जाम है, सफाई नहीं हो रही है, लॉकडाउन के कारण किसी को भोजन पैकेट मिलने में कोई दिक्कत तो नहीं है या किसी को राशन की जरूरत तो नहीं है, जैसे तमाम सवालों के जवाब नगर आयुक्त को देना होता है। रोज दोपहर बाद नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव की वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुछ इसी तरह के सवालों से रूबरू होते हैं नगर आयुक्त।

ताकि काम में कमी न रहे

सबसे पहले क्यूआरटी (क्विक रिसपांस टीम) के काम को मौके पर जाकर देखते हैं कि उनके काम में कोई कमी न रहे। इसके बाद कमांड कंट्रोल सेंटर में कोरोना के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम में आए शिकायतों और जरूरतों को दूर कराते हैं। साथ ही रात को एक बार जरूर कमांड कंट्रोल सेंटर जाते हैं कि दिनभर आए फोन कॉल पर कितने काम हुए। इस आधार पर ही अगले दिन के कार्यों की रणनीति तैयार करते हैं। साथ ही प्रतिदिन की रिपोर्ट तैयार करते हैं। 21 मार्च को लॉकडाउन के बाद उन्हें दो दिन के लिए फ्लू भी हो गया था जिसे उन्होंने खानपान और दवा से ठीक कर लिया। इसके बावजूद एक दिन भी आराम नहीं किया। खाने में तरल पदार्थ और फल लेना अधिक पसंद करते हैं जिससे कम से कम समय देना पड़े। दिनभर के दौड़ भाग के बाद शाम को जब वे अपने आवास पर जाते हैं तो अपने लिए अलग कमरा रखा है जहां नहाने के साथ खाना और सोना करते हैं। अपने चार माह के बच्चे को भी अपने से दूर रखते हैं। दिनभर व्यवस्थाओं को देखने के बाद संक्रमण का डर हमेशा मन में बना रहता है। इसे देखते हुए उन्होंने परिवार से दूरी बना रखी है।

ड्यूटी नहीं कर्तव्य

नगर आयुक्त गौरांग राठी ने कोरोना के जंग में निगम कर्मचारियों की भरपूर साराहना की। उन्होंने बताया कि हर कर्मचारी अपने स्तर से बेहतर कर रहा है। इसे वह अपनी ड्यूटी नहीं कर्तव्य मानकर कर रहे हैं। यह बहुत अच्छी बात है।