Covid-19 : कमिश्नर और आईजी ने क्वॉरेंटाइन सेंटर के साथ वार रूम का लिया जायजा, बोले सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल न रखने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
वाराणसी। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने शुक्रवार को आईजी विजय सिंह मीणा के साथ गजोखर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर का जायजा लिया। उन्होंने सेंटर के साफ-सफाई, क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों के रहन-सहन, खान-पान, उनके सेहत के साथ सेंटर के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने की व्यवस्था आदि को देखा।

डिग्निटी किट उपलब्ध कराया
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों से व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। लोगों ने व्यवस्था अच्छा बताते हुए संतोष व्यक्त किया।कमिश्नर और आईजी ने भी प्रसन्नता व्यक्त की। कमिश्नर व आईजी ने यहां मौजूद लोगों को डिग्निटी किट उपलब्ध कराया। किट में दैनिक आवश्यकताओं व वैयक्तिक स्वच्छता में शामिल वस्तुएं जैसे-साबुन, टूथब्रश, तेल, शैम्पू, तौलिया, बाल्टी, मग, सेनिटेरी पैड और अन्य सानान हैं। कमिश्नर ने महिलाओं और बच्चों को बिस्किट-टॉफी भी वितरित किया। इस कोरोंटाइन सेंटर के प्रभारी उप जिलाधिकारी मदन मोहन वर्मा ने बताया कि केंद्र पर 255 लोग रखे गए हैं। सभी के समय से खाने-पीने, चाय नाश्ता की व्यवस्था की जा रही है। डॉक्टरों की टीम आवश्यकतानुसार सभी लोगों के स्वास्थ्य का चेकअप करती है। उन्होंने बताया कि सेंटर में साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाता है।

खुद कर रहे निगरानी
इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर में बने कोविड-19 वार रूम का जायजा लेने के दरमियान कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने मौजूद लोगों से वार रूम में प्राप्त होने वाले सूचनाओं एवं शिकायतों को लिपिबद्ध करते हुए प्राथमिकता पर कार्रवाई सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर दिया। वह स्वयं शहर में लगे तकरीबन 300 से अधिक कैमरों के माध्यम से वार रूम में लगे टीवी स्क्रीन पर हो रहे डिस्प्ले को देख व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे थे।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर होगी कार्रवाई
कमिश्नर और आईजी ने कई बैंकों के ब्रांच एवं एटीएम पर रुक कर वहां पर उपस्थित ब्रांच के अधिकारी और एटीएम के गार्डों को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अनिवार्य सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाते हुए कड़े निर्देश दिए कि पैसा निकालने के लिए आने वाले ग्राहकों से हर हालत में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराया जाए। बैंक के अंदर लोग एक निश्चित दूरी बना कर रहें। एटीएम के बाहर एक समान दूरी पर कम तीन-चार गोल रिंग बना दिया जाए। इसी रिंग में लोग एटीएम के अंदर पैसा निकालने के लिए प्रतीक्षा करें। लापरवाही कतई न बरती जाए। सोशल डिस्टेंसिंग के प्रकरण में बैंकों और एटीएम पर शिथिलता पाए जाने पर संबंधितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।