Covid-19 : जरूरत पड़ने पर Private Practice वाले ‘Doctor Underground’, अधिवक्ता ने CM Yogi से Private Hospital कब्जा करने की गुजारिश किया, पढ़िए लोगों ने और क्या कहा

वाराणसी। कोरोना वायरस ने सभी को दहला दिया है। हर ओर खौफ का माहौल है। एक ओर जहां सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी बिना रुके बिना, थके लोगों का इलाज कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले कुछ डॉक्टर अंडरग्राउंड हो गए हैं। अधिकतर प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर के बजाय नर्स या कंपाउंडर मिल रहे हैं। प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के गायब होने से इलाज कराने पहुंच रहे लोगों को दिक्कत हो रही है। लोगों का कहना है कि जब डॉक्टरों की जरूरत है तो प्राइवेट प्रैक्टिस वाले चिकित्सक गायब हो गए हैं।

सरकार हॉस्पिटल पर कर ले कब्जा

अधिवक्ता शरद श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुजारिश की है कि जिन हॉस्पिटलों से प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर गायब हैं उन अस्पतालों को सरकार अपने कब्जे में ले ले। कब्जा करने के बाद मरीजों के लिए प्राइवेट हॉस्पिटलों में सरकार की ओर से सुविधा मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा है कि गायब हुए डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा कायम होना चाहिए।

पैसा कमाने के लिए चलाते हैं हॉस्पिटल

भारतीय जनता किसान मोर्चा के महानगर मंत्री आदित्य सेठ का कहना है कि जब लोगों को डॉक्टरों की आवश्यकता है तो प्राइवेट प्रैक्टिस वाले चिकित्सकों ने गायब होकर यह सिद्ध कर दिया कि वह सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाने के लिए हॉस्पिटल चला रहे हैं। प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों में सेवा भाव नहीं है।

डॉक्टर अजीज ने नहीं बंद किया क्लीनिक

प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले जनरल फिजिशियन डॉक्टर अजीज अहमद ने गायब हुए डॉक्टरों की निंदा की है। उनका कहना है कि वह रोज अपनी क्लीनिक में बैठ रहे हैं। सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार सहित अन्य बीमारियों का इलाज कराने पहुंच रहे लोगों को वह मेडिसिन एडवाइज कर रहे हैं। कहा, क्लीनिक में कुछ लोग ऐसे भी पहुंच रहे हैं जिनके पास पैसे नहीं होते हैं। ऐसे लोगों को वह अपनी तरफ से दवा प्रोवाइड करा रहे हैं।