दो अप्रैल से दस्तक मुहिम : घर-घर दी जाएगी संचारी रोग से बचने और इलाज की जानकारी, दो चरणों में चलेगा अभियान
Varanasi : दो अप्रैल से विशेष संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान शुरू हो रहा है। माह भर चलने वाला यह अभियान दो चरणों में चलेगा। पहले चरण में जागरूकता और बचाव के कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ऐसे स्थान चिन्हित किए जाएंगे जहां मच्छर हो सकते हैं। दूसरा चरण 15 से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलेगा। इसमें प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर संचारी रोगों से बचाव तथा उपचार के बारे में जानकारी देंगे।
CMO डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि संचारी रोगों और दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए दो अप्रैल से शुरू होने जा रहे ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ की तैयारियां पूरी कर ली गयी है। अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास और पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि और सिंचाई विभाग, उद्यान विभाग सहित अन्य कई अन्य विभाग भी शामिल हैं। इसके तहत जिला टास्क फोर्स की बैठक कर उसमें ब्लाक टास्क फोर्स की बैठक आयोजित करने के लिए कहा गया है।
जिला मलेरिया अधिकारी शरत चंद्र पांडेय ने बताया कि दो अप्रैल से शुरू हो रहे अभियान के पहले चरण में मलेरिया विभाग के कार्यकर्ता क्षेत्रवार योजना बनाते हुए पूर्व के वर्षो में मच्छर जनित रोगों के आंकड़ों के आधार पर चिन्हित किए गये हाई रिस्क क्षेत्रों में वेक्टर घनत्व का आंकलन करेंगे। इसके साथ ही अधिक मच्छर घनत्व वाले क्षेत्रों में सम्बन्धित विभागों के सहयोग से इस पर प्रभावी अंकुश के लिए प्रयास करेंगे। अभियान का दूसरा चरण दस्तक 15 अप्रैल से शुरू होगा जिसमें आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर लोगों को संचारी रोगों के खतरे और उसके बचाव की जानकारी देंगे।

ध्यान रहे
मच्छरों से बचाव के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहननें, मच्छररोधी क्रीम लगाने, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने घर के आस-पास और घरों में सात दिन से अधिक समय तक किसी भी बर्तन में पानी जमा न होने देंने, कूलर में भरे पानी और फ्रिज के पीछे की ट्रे, गमलों, टूटे हुए टायर, अन्य बर्तनों के पानी को साफ करने के साथ ही घरों के दरवाजों और खिड़कियों में जाली का प्रयोग करें।
ACMO वेक्टर बार्न डॉ. एसएस कनौजिया ने बताया कि इस अभियान के जरिए संचारी रोगों, दिमागी बुखार से सम्बन्धित शिक्षा और व्यवहार परिवर्तन का संदेश प्रत्येक घर परिवार तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। दस्तक अभियान के जरिए हम लोगों के पास पहुंच कर यह बताने का प्रयास करेंगे कि संचारी रोगों के होने पर क्या करें और क्या न करें।
किस तरह की सावधानियां बरते और किसी तरह से तत्काल उपचार करायें। अभियान के दौरान विद्यालयों में अभिभावक-शिक्षक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर दिमागी बुखार, कोविड-19 और अन्य संचारी रोगों से बचाव, रोकथाम और उपचार के लिए संवेदीकृत किया जाएगा। साथ ही लोगों को साफ पानी पीने की सलाह दी जाएगी। खुले में शौच से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को समझाया जाएगा।
दस्तक अभियान के दौरान फ्रंट लाइन वर्कर्स (आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) प्रत्येक मकान पर क्षय रोग के संभावित रोगियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे। क्षय रोग के लक्षणों वाले किसी व्यक्ति की सूचना प्राप्त होने पर उसका पूरा विवरण एएनएम के माध्यम से ब्लाक मुख्यालय पर उपलब्ध करायेंगी।