Digital Instrumental Music : 16 से अधिक कार्यक्रमों में दो दर्जन से अधिक कलाकारों ने दी प्रस्तुति
Varanasi : वसंत महिला महाविद्यालय के वाद्य विभाग द्वारा 27 अप्रैल से लॉकडाउन में संगीत वाद्य विभाग के फेसबुक पेज पर संगीत वादन के सजीव प्रसारण की श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। अभी तक लगभग 16 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। आयोजन में वाराणसी के कोलकाता, नई दिल्ली, तिरुपति, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, काठमांडू(नेपाल), उज्जैन आदि शहरों से अनेक कलाकारों ने अपनी संगीत की सजीव प्रस्तुति दे कर सहयोग प्रदान किया है। सजीव प्रसारण में अब तक कई कलाकारों ने सहभागिता की है।
कार्यक्रम में खास
27 अप्रैल को कु. शुभांगी मिश्रा बीए तृतीय वर्ष सितार ऑनर्स संगीत वाद्य विभाग वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट वाराणसी, 4 मई को प्रांजल सिंह एवं श्रुति सिंह बांसुरी और सितार की जुगलबंदी, वाराणसी, 6 मई को कु. श्रुति सरोद सरोद वादन कोलकाता, 8 मई को डा. श्याम रस्तोगी सुरबहार, नई दिल्ली, 10 मई को उपमा सिन्हा एवं हिंडोला सिन्हा वायलिन जुगलबंदी, कोलकाता, 12 मई को डॉ. मनोज शर्मा सितार विश्वभारती शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल, 14 मई को रूपा न्यूपोन सरोद काठमांडू नेपाल, 16 मई को कुमार सारंग संतूर वादन वाराणसी, 18 मई को डॉ. अनामिका दीक्षित सितार आर्य महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय वाराणसी।
विशेष प्रोग्राम
19 मई को संगीत स्वरांजली का विशेष कार्यक्रम बनारस घराने के प्रसिद्ध सितार वादक स्व. प्रोफेसर रामदास चक्रवर्ती की जन्मोत्सव के अवसर पर उनकी स्मृति में आयोजित किया गया। डॉ. संजय कुमार वर्मा (विचित्र वीणा वादन, संगीत वाद्य विभाग वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट वाराणसी), डॉ. मनोज शर्मा (सितार, विश्वभारती शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल), डॉ. शनिश जावाली (बांसुरी वादन वाराणसी), डॉ. ओंकार पाल (गायन वाराणसी), डॉ. अनामिका दीक्षित (सितार आर्य महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय), डॉ प्रेम किशोर मिश्र और अभिषेक मिश्रा (सितार जुगलबंदी वाराणसी) कलाकारों ने अपनी सजीव प्रस्तुतियां दी हैं।
अन्य आयोजन
20 मई को डॉ. हंस प्रभाकर (सितार, राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति, आंध्र प्रदेश), 23 मई को डॉ. जिवेंद्र नारायण गोस्वामी ( सितार, वाद्य विभाग, वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट वाराणसी), 24 मई को इशान होशिगं (गिटार वाराणसी), ध्रुवेश रेजमी (संगीत वाद्य विभाग त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू नेपाल), आदि कलाकारों ने अपने कार्यक्रम का सफलतापूर्वक सजीव प्रसारण वाद्य विभाग के फेसबुक पेज के माध्यम से संपन्न किया। उद्देश्य यह था कि महाविद्यालय की छात्राओं को संगीत प्रदर्शन का एक अवसर प्रदान करना। विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्रों तथा उनके वादकों का सजीव प्रसारण के माध्यम से छात्राओं को अवगत कराने के साथ-साथ उनके ज्ञान की वृद्धि कराना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।

