Politics 

भाजपा सरकार जाते हीं झारखंड में धर्म परिवर्तन का गन्दा खेल शुरू

गुस्साए लोगों ने किया चर्च में तोड़फोड़, हिन्दू संगठनो की चेतावनी

Ajit Mishra

Ranchi : झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की रघुवर सरकार जाते हीं ईसाई मिशनरियों का प्रलोभन और पैसों के दम पर धर्म परिवर्तन का गन्दा खेल दुबारा शुरू हो गया।आरोप है कि चर्च के इशारे पर राज्य के गरीब और भोलेभाले लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा है।धर्म बदलने के बाद भी नाम परिवर्तन नहीं होने और पैसो आदि अनेक प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।समाचार के अनुसार ताजा मामला धनबाद के झरिया का है जहाँ लोगों को अनेक प्रकार से लोभ लालच देकर लगभग दो दर्जन परिवारों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें ईसाई बना दिया गया। मामला प्रकाश में आने के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने इसका जमकर विरोध किया।पता चला है कि झारखण्ड में कोरोना बीमारी का सहारा लेकर भी मिशनरीज धर्मांतरण करा रहे हैं।

विगत दिनों इसी तरह का एक मामला प्रकाश में आया है।झरिया के कोइलवरी विस्थापितों के लिए झरिया विहार के नाम से बसाए गए बेलगड़िया टाउनशिप में धर्म परिवर्तन को लेकर जमकर बवाल प्रदर्शन हुआ। सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों ने यहाँ नवनिर्मित चर्च को घेर कर घंटों हंगामा किया। चर्च के ऊपर लगे धार्मिक चिन्ह (क्रॉस) को भी धर्म परिवर्तन से आक्रोशित लोगों ने तोड़ दिया।गुस्साए लोगों का आरोप था कि यहाँ पर धर्मांतरण का खेल लगातार चल रहा है, लेकिन जानकारी के बावजूद राज्य सरकार की तरफ से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।यह भी आरोप है कि चर्च बनाने के लिए जमीन भी धोखे से खरीदी गई है।मामले की जानकारी मिलते ही बताया जाता है कि सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो, विहिप के जिला मंत्री रमेश पांडेय, भाजपा नेता मुकेश पांडेय समेत कई लोग वहाँ पहुँचे।

देखते-देखते वहाँ एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई।स्थानीय लोगों ने बताया कि ईसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोग बेलगड़िया टाउनशिप के गरीब-गुरबा लोगों को बरगलाकर व पैसे का प्रलोभन दे कर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। सभी लोग धर्मांतरण के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग कर रहे थे।हंगामे के दौरान ही ईसाई मिशनरी के दो युवा धर्म प्रशिक्षक काइना पंसल और सुशांत प्रधान पहुँचे। बताया जा रहा है कि काइना पंसल अरुणाचल प्रदेश के जबकि सुशांत प्रधान ओडिशा के रहने वाले हैं। लोगों के भारी बवाल और आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची। फिलहाल पुलिस धर्म परिवर्तन के आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।लोगों का कहना है कि जिस तरह ईसाई मिशनरी वाले धर्म परिवर्तन के लिये एक धर्म विशेष के लोगों को ही धर्म परिवर्तन के लिये निशाना बना रहे हैं,यह घोर निंदनीय और आपत्तिजनक है।लोगों का यह भी कहना है कि प्रशासन ने जल्द हीं चर्च की आपत्तिजनक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाया तो लोगों का आक्रोश कभी भी हिंसा में बदल सकता है।

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