शनिवार के दिन शाम के समय जरूर करें ये काम, दिन रात होगी बरकत

22 जुलाई को शनिवार का दिन है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि-विधान से शनि देव की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि अगर शनिदेव नाराज हो जाए तो राजा को भी रंक बना देते हैं। वहीं खुश होने पर शनिदेव भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। वैसे तो शनिदेव को खुश करना आसान नहीं हैं। लेकिन सच्ची निष्ठा और कुछ उपायों को अपनाकर शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है। आइए विमल जैन से जानते हैं इन उपायों के बारे में ।

अगर आपके परिवार के सदस्यों के बीच आपसी अनबन होती रहती है जिससे घर का माहौल भी अशांत रहता है तो इस दिन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में एक मिट्टी का दिया लें और उसमें चार कपूर की टिकियां रखकर जलाएं। अब उस दिए से पूरे घर में धूप दिखाएं और बाद में उसे अपने घर के मन्दिर में रख दें, बुझाएं नहीं। ये उपाय करने से आपके परिवार के सदस्यों के बीच आपसी अनबन समाप्त होगी और आपके घर में शांति का माहौल बनने लगेगा।
अगर आपके व्यापार में मंदी चल रही है और आप अपने काम को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं तो इस दिन एक मिट्टी का बर्तन लें और उसमें शहद भरकर उस पर ढक्कन लगाकर घर के उत्तर-पश्चिम कोने में रख दें और शनिवार को पूरा दिन रख दें। अगले दिन उस शहद से भरे मिट्टी के बर्तन को मन ही मन अपने व्यापार की बढ़ोतरी के लिए प्रार्थना करते हुए किसी एकांत स्थान पर छोड़ दें। ऐसा करने से आपके व्यापार में चल रही मंदी दूर होगी और आपके काम धीरे-धीरे करके बनने लगेंगे।

अगर आप धन-धान्य और भौतिक सुखों की बढ़ोतरी चाहते हैं तो इस दिन पलाश का फूल और साथ ही एक एकाक्षी नारियल लें। अगर आपको पलाश का ताजा फूल न मिले तो आप पंसारी के यहां से सूखा हुआ पलाश का फूल भी ला सकते हैं। वो आपको आसानी से मिल जाएगा। अब उस पलाश के फूल और एकाक्षी नारियल को एक सफेद रंग के कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में या आप घर में जिस स्थान पर धन रखते हैं, वहां पर रख दें। ऐसा करने से आपको धन-धान्य और सुख-साधनों की प्राप्ति होगी।
अगर आप अपने जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की पाना चाहते हैं, तो इस दिन किसी कुम्हार या कृषक या जो मिट्टी से जुड़ा कोई कार्य करता हो उसे एक सफेद रंग का कपड़ा गिफ्ट करें। अगर कपड़ा गिफ्ट करने में समर्थ न हो, तो दही से बनी कोई चीज उन्हें खिलाएं। ऐसा करने से आपको जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की ही तरक्की मिलेगी।

अगर आपकी तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है, तो अपनी तबीयत में सुधार के लिए या अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए इस दिन ज्वार के आटे की रोटी बनाकर गाय को खिलाएं और हाथ जोड़कर आशीर्वाद लें। लेकिन अगर आप ज्वार के आटे की रोटी न बना पाएं तो ज्वार का आटा या साबुत ज्वार के दाने किसी मन्दिर में दान कर दें। ऐसा करने से आपकी तबीयत में धीरे-धीरे करके सुधार आने लगेगा और आपको अच्छा महसूस होगा।