जीवन में करें कमाल, जय-जय झूलेलाल : सिंधी समाज के इष्टदेव झूलेलाल की जयंती आज, कई जगहों पर विविध आयोजन, सर्वधर्म समभाव का प्रतीक है झूलेलाल उत्सव
Vicky Madhyani
Varanasi : चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन शनिवार को सिंधी समाज के इष्टदेव झूलेलाल साईं जी की जयंती (चैट्रीचंड्र) पर जनपद में कई जगहों पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। झूलेलाल सिंधी हिंदुओं के अराध्य देव माने जाते है, जिन्हें इष्टदेव व वरुण का अवतार भी कहा जाता है।
सिंधी समाज की ओर से पत्र रिलीज जारी कर जानकारी दी गई है कि यह अवसर करोना कल के दो साल बाद आया है। सिंधी समाज का एक भजन जिसे सभी वर्ग गाते और पसंद करते हैं, यह काफी प्रचलित भी है। लाल मुझी पथ रखजाये झूले लालण दमा दम मस्त कलंदर। पावन पर्व पर सिंधी समाज की तरफ से बीते वर्षों की तरह इस साल जनपद में कई जगहों पर भंडारे और झांकियों का आयोजन किया गया है।
पांडेपुर सिंधी कॉलोनी में तीन दिवसीय झूलेलाल महोत्सव मनाया जाता है। 1 अप्रैल शुक्रवार को शाम 7 बजे माता की चौकी 9 बजे भंडारा, 2 अप्रैल शनिवार को सुबह 11 बजे हवन फिर शाम 6 बजे जुलूस जयंती का आयोजन किया गया है।

इसी क्रम में सिंधी समाज की तरफ से पांडेपुर सिंधी कॉलोनी, भुवनेश्वर नगर अर्दली बाजार, अमर नगर सोनिया, सिंधु नगर सिगरा, झूलेलाल नगर महमूरगंज, झूलेलाल मंदिर प्रांगण लक्सा आदि स्थानों से अपराह्न भंडारे के आयोजन के बाद संध्या बेला पर इन सभी जगहों से झूलेलाल की प्रतिमा बैंड-बाजे, नृत्य, आकर्षक कलाकृतियां अनेकों झांकियों के साथ पैदल ही मां गंगा (दशाश्वमेघ) की तरफ विसर्जन के लिए रवाना होती हैं।
इस मौके पर गदौलिया चौराहे पर आतिशबाजी के साथ लकी ड्रा का आयोजन रखा जाता है। जिस क्षेत्र की झांकियां सर्वश्रेष्ठ सुंदर दिखती है उसे सर्वदलीय सिंधी पंचायत द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय अवार्ड देकर प्रोत्साहित-सम्मानित किया जाता है। प्रतिवर्ष भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। शनिवार को सिंधी समाज के सभी प्रतिष्ठानों में अवकाश रहेगा।
इनकी मौजूदगी रही
सिंधी कॉलोनी पांडेयपुर में शुक्रवार की रात माता के जागरण में हिंदू युवा वाहिनी के मंडल प्रभारी अम्बरीश सिंह भोला, मुखीया भावनदास, रवि घावरी, लाल सिंह, सुरेश मखीजा, विक्की अनिल लोकवानी, राजू लोकवानी, धीरज राजवानी, सतीश मखीजा, बंटी लालवानी, सोनू साधवानी, अजय लखमानी,मनीष सुहाला, अजय लोकवानी सहित कई महिलाएं, पुरुष और बच्चे मौजूद थे।