रजाई-गद्दे की दुकान में लगी आग : दमकल की चार गाड़ियों ने दो घंटे से ज्यादा मशक्कत के बाद काबू पाया, इस वजह से लगी थी आग
Varanasi : दशाश्वमेध थाने से तकरीबन 50 मीटर की दूरी पर स्थित कोदई चौकी में मंगलवार को रजाई-गद्दे की दुकान में आग लग गई। आग लगने से भीड़-भरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। पता चलने पर पहुंची अग्निशमन दल की चार गाड़ियों की मदद से समय रहते आग पर काबू पाया गया।
आग थोड़ी और फैलती तो अगल बगल की दुकानें भी इसकी चपेट में आ जातीं। आग लगने की वजह दुकान में हो रही वेल्डिंग की चिंगारी को बताया जा रहा है। आग बुझाने में दुकान मालिक झुलस गया है।
गिरजाघर के रहने वाले दिनेश केसरी, रमेश केशरी और राकेश केसरी की कोदई चौकी में केसरी काटन कंपनी के नाम से दुकान है। अमित रत्न मुखर्जी के दो मंजिल मकान के भूतल में मौजूद दुकान में बड़ी मात्रा में निर्मित, अर्द्धनिर्मित रजाई-गद्दे और कई तरह की रूई रखी हुई थी। पहले तल पर पास की ही एक दुकान का गोदाम है।
इसमें भी बड़ी मात्रा में रजाई-गद्दे रखे हुए थे। तीनों भाइयों की दुकान में पुराना नेम बोर्ड हटाकर नया लगाया जा रहा था। इसके लिए दुकान की बाहरी दीवार पर लोहे के फ्रेम को वेल्डिंग की जा रही थी। दोपहर बाद तकरीबन चार बजे वेल्डिंग से निकली चिंगारी दुकान में रखी रूई पर गिर गई। थोड़ी ही देर में रूई के ढेर में आग लग गई। जबतक दुकान मालिक और कर्मचारी कुछ करते तबतक आग रजाई-गद्दों के साथ ही रूई के अन्य ढेरों तक पहुंच गई। देखते-देखते दुकान से ऊंची-ऊंची लपटे उठने लगीं।

आसपास के लोग दुकान में रखे सामान को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। थोड़ा बहुत सामान निकाला जा सका लेकिन वह भी सही-सलामत हालत में नहीं था। जानकारी देने के करीब 20 मिनट बाद अग्निशमन दल की चार गाड़ियां पहुंची। आग बुझाने में दो घंटे से अधिक समय लग गया।
गनीमत रही कि आग दुकान के ऊपरी तल पर मौजूद गोदाम तक नहीं पहुंची, नहीं अगल-बगल की दुकानें भी इसकी चपेट में आ जातीं। जिस समय आग लगी दुकान में मौजूद एक कर्मचारी फंस गया। दुकान मालिक रमेश ने तत्परता दिखाते हुए उसे नीचे उतारा।

आग बुझाने की कोशिश में रमेश का हाथ और चेहरा झुलस गया। दुकान मालिक का कहना है कि दुकान में लाखों रुपये का सामान मौजूद था। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।