बड़ी बोल 

Guest Writer : नेकदिली दिल की कमजोरी न कहो, हर शै कहां मिटने का हुनर रखता है

तू बेहतर है आईने तुझ पर सब्र असर रखता, खासियत है तू सिर्फ हकीकत पे नज़र रखता है।

गुस्ताखियों तुम तभीतक रहलो जिंदा, जब तक किसी का इल्म सोया रहता है।

गुल से महक का हाल पूछा न करो, वो कायम ही वजूद ए महक रखता है।

नेकदिली दिल की कमजोरी न कहो, हर शै कहां मिटने का हुनर रखता है।

वादाखिलाफ ‘बांके’ तुझसा कहां मिलेगा, वादों से जाके कहदो इरादा असर रखता है।

Disclaimer

Guest writer कॉलम के जरिए आप भी अपनी बात, शेर-ओ-शायरी, कहानी और रचनाएं लोगों तक पहुंचा सकते हैं। ‘आज एक्सप्रेस’ की तरफ से Guest writer द्वारा लिखे गए लेख या रचना में कोई हेरफेर नहीं की जाती। Guest writer कॉलम का उद्देश्य लेखकों की हौसलाअफजाई करना है। लेख से किसी जीवित या मृत व्यक्ति का कोई सरोकार नहीं। यह महज लेखक की कल्पना है। Writer की रचना अगर किसी से मेल खाती है तो उसे महज संयोग माना जाएगा।

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