काशी रस के रूप में काशिकेय संस्कृति : कजरी गीत के जरिए दर्शकों के हृदय को भाव विभोर किया
Varanasi News : काशी रस के रूप में काशिकेय संस्कृति के नवीन स्वरूप से लोगों को अवगत कराने और भावी पीढ़ी को सशक्त मंच उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन की परिकल्पना को साकार करने का अद्भुत प्रयास सुबह-ए-बनारस के मंच पर किया जा रहा है।
काशी रस की टीम और समस्त कलाकारों को पूर्ण सहयोग का आश्वासन सुबह-ए-बनारस के सचिव और संस्थापक डॉ. रत्नेश वर्मा ने दिया है।

श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि में कलाकारों ने भगवान शिव की आराधना और कजरी गीत के माध्यम से दर्शकों के हृदय को भाव विभोर किया।
गायन पर निश्चल उपाध्याय, की बोर्ड पर अमित राय, तबले पर बृजेश कुमार प्रजापति उपस्थित रहे। संचालन सीमा केशरी ने किया। संयोजन पंडित अंशुमान महाराज ने किया। धन्यवाद ज्ञापन अनिल भट्ट (एडवोकेट सुप्रीम ), सोनिया भट्ट (दिल्ली), संजय कौल, श्रीमती उषा कौल (जयपुर) ने दिया।