इस दिन से शुरू हो रहा है खरमास, सभी मांगलिक कार्यक्रम पर रहेगी रोक, जानिए पूरे साल के विवाह मुहूर्त
15 मार्च से खरमास लगने जा रहा है। 15 मार्च से लेकर 14 अप्रैल, 2023 तक खरमास लगा रहेगा। इस दौरान सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। यहां तक कि शादी की शहनाई भी बंद हो जाएगी। धनु एवं मीन राशि में सूर्य देव के प्रवेश करने से खरमास लगता है। खरमास के समय आप को भगवान सूर्य और श्री हरि विष्णु की आराधना करनी चाहिए। खरमास के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इस बार में बता रहे हैं ज्योतिषविद विमल जैन –
खरमास लगने का समय
ज्योतिषविद विमल जैन के अनुसार इस वर्ष 15 मार्च को खरमास लग रहा है। इस दिन प्रात 06 बजकर 33 मिनट पर सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 15 मार्च 2023 से 14 अप्रैल 2023 की दोपहर 02:59 तक खरमास रहेगा।
खरमास समाप्ति का समय
इस वर्ष खरमास, संवत् 2079 चैत्र कृष्ण पक्ष दिन बुधवार 15 मार्च 2023 से संवत् 2080 वैशाख कृष्ण पक्ष नवमी 14 अप्रैल 2023 की दोपहर 02:59 तक है, जो एक माह के लिए रहेगा। 14अप्रैल 2023 से विवाह, मुंडन, हवन, गृह प्रवेश जैसे सभी रूके हुए मांगलिक कार्य फिर से प्रारंभ हो जाएंगे।
वर्ष 2023 में विवाह के मुहूर्त
मई: इस माह में शादी के लिए कुल 14 मुहूर्त (03, 4, 7, 9, 10,11,12,17, 21, 26,27,28 ,29,30 मई) हैं
जून: जून में विवाह के लिए विवाह के 12 मुहूर्त (03,5,6,7,8,11,12,22,23,25,27,28 जून) है.
नवंबर: साल के 11वें माह में विवाह के केवल 05 मुहूर्त (23,24,27,28,29 नवंबर) हैं.
दिसंबर: साल 2023 के आखिरी माह में विवाह के 5 मुहूर्त (3,4,7, 8, 9 दिसम्बर) हैं.
खरमास में क्या न करें
जब भी हम कोई मांगलिक कार्य करते हैं तो उसके फलित होने के लिए गुरु का प्रबल होना जरूरी है। धनु एवं मीन बृहस्पति ग्रह की राशियां हैं। खरमास के समय सूर्य इन दोनों राशियों में होते हैं, इसलिए शुभ कार्य नहीं होते। खरमास में गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए बिजनेस का प्रारंभ, शादी, सगाई, वधू प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
खरमास में नवरात्रि
इस बार नवरात्रि का प्रारंभ खरमास में हो रहा है। चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से प्रारंभ हो रही है। खरमास मीन की संक्रांति 15 मार्च दिन बुधवार प्रातः 06: 33 से 14अप्रैल 2023 की दोपहर 02:59 तक रहेगी इसी बीच में चैत्र नवरात्रि की पूजा पाठ कलश स्थापना 22 मार्च दिन बुधवार को सुबह से ही प्रारंभ हो जाएंगे इस दिन कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा की आराधना प्रारंभ होगी। चैत्र नवमी 30 मार्च गुरुवार को होगी।