Lockdown 03 : कर रहे दिखावा, Online Classes छलावा, पढ़िए लोगों ने प्राइवेट स्कूलवालों की मनमानी पर क्या कहा

Brijesh Ojha

Varanasi : लॉकडाउन थ्री लागू होने के बाद स्कूलवालों ने फीस वसूली के लिए हर हथकंडा अपनाना शुरू कर दिया। कुछ प्राइवेट स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेज चलाया। तर्क दिया गया कि ऑनलाइन क्लासेस चलाने में काफी खर्चा आता है। पेरेंट्स पर फीस जमा करने के लिए दबाव बनाना शुरू किया गया। सेंट्रल गवर्नमेंट की एडवाइजरी रिपोर्ट नजरअंदाज कर कुछ स्कूलवालों ने किताब बेचने के साथ फीस वसूली के लिए बकायदा काउंटर तक लगवा दिया। प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों का कहना है कि ऑनलाइन क्लासेज जब उनके समझ में नहीं आ रहे हैं तो बच्चे उसे क्या समझ पाएंगे। पेरेंट्स का कहना है, ऑनलाइन क्लासेज अलावा छलावा के और कुछ नहीं हैं।

शिक्षा जीवन का आधार है। बच्चों के ऊपर व्यय होने वाले रूपयों को लेकर निजी शिक्षण संस्थानों से फीस माफी तो नहीं लेकिन लाचार अभिभावको के लिए रियायत की उम्मीद जरूर रखता हूं।

अजय सिंह, इनकम टैक्स एडवोकेट।

लॉकडाउन में हम लोगों का व्यापार ध्वस्त हो गया है। परिवार चलाने भर का पैसा नहीं बचा है। बच्चों का फीस कैसे जमा करेगें।

राजेश श्रीवास्तव।

ऑनलाइन शिक्षा दिखावा है। प्राइवेट स्कूलवाले फीस वसूली के लिए हर रास्ता अख्तियार कर रहे हैं। सरकार इस मसले पर हस्तक्षेप करे।

संजय सिंह मंटू।

थोड़ा पैसा बचा कर रखे थे। सब खर्च हो गया। कमाकर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। स्कूलवाले बच्चों की फीस जमा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मसले पर हस्तक्षेप करना चाहिए।

आशीष तिवारी।

प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए इस मसले पर सरकार हस्तक्षेप करे। लॉकडाउन और संकट काल में हमारे लिए प्राइवेट स्कूल वालों की फीस माफी सबसे बड़ा तोहफा होगी।

राजेश ओझा, मेडिकल इंचार्ज।