@aajexpressdgtl- Lockdown 4.0 : Private School वाले employees को नहीं दे रहे Salary, पैसा देने के नाम पर कर रहे बहानेबाजी
अभिभावकों ने कहा बहाना बनाकर स्कूलवालों ने अपने कर्मचारियों का रोक लिया है वेतन
कर्मचारियों ने कहा स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वेतन तो देंगे लेकिन कटौती करेंगे
Varanasi : कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही सभी शिक्षण संस्थाए बंद हैं। पेरेंट्स का कहना है कि बच्चों को पढ़ाए जाने के नाम पर ऑनलाइन क्लासेज के नाम पर कॉमेडी शो निजी स्कूलों की ओर से चलाया गया। स्कूलवालों ने अभिभावकों से फीस वसूलने के लिए अभी तक अपने शिक्षकों-कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया है। घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं कि उन्हें कर्मचारियों को तनख्वाह देनी है। खोजवा की रहने वाली सरिता देवी, सुरेश पासवान, मोहम्मद यूनुस, विमलेश केसरी, जमालुद्दीन, गीता देवी, रामजी गुप्ता आदि अभिभावकों का कहना है कि बहाना बनाकर स्कूलवालों ने अपने कर्मचारियों का वेतन रोक लिया है। स्कूल प्रबंधन की ओर से बहाना बनाया जा रहा है कि आप लोग फीस जमा करिए नहीं कर्मचारियों को तनख्वाह कैसे दिया जाएगा। नाम न छापने की शर्त पर कुछ स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वेतन तो देंगे लेकिन फिलहाल कटौती करेंगे।
निजी स्कूल प्रबंधकों द्वारा दिखावा किया जा रहा है कि अभिभावक फीस जमा नहीं कर रहे हैं। टीचरों को देने के लिए उनके पास पैसा नहीं है। अभिभावकों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से गुहार लगाएंगे की टीचर्स भी कोरोना वॉरियर ही हैं। यह देश के भविष्य को सुशिक्षित करने के लिए अपना योगदान दे रहे हैं।
गवर्नमेंट की गाइडलाइन
सरकार ने एक-एक महीने की फीस देने के लिए कहा है, लेकिन साथ ही यह भी कह दिया है कि किसी भी अभिभावक को फीस देने के लिए बाध्य न किया जाए। जारी किए गए गाइडलाइन के बाद निजी स्कूलों ने बहाना बनाना शुरू कर दिया कि उनके पास कर्मचारियों को देने के लिए पैसा नहीं है। स्कूल कर्मचारियों का कहना है कि वेतन अप्रैल और मई में आधी मिली है। कुछ स्कूल वालों ने अब तक अपने टीचर और कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया है।
जो पैसा लिया वह कहां है?
पेरेंट्स का कहना है कि लॉकडाउन लागू होने से पहले लगातार स्कूलों की फीस जमा की जाती रही है। प्राइवेट स्कूल संचालक लग्जरियस जिंदगी जीते हैं। स्कूल प्रबंधन की बहानेबाजी साफ समझ में आ रही है। कहना है, हम लोगों ने अब तक अपने खून-पसीने की जो कमाई स्कूल वालों को दी वह कहां है? कर्मचारियों को वेतन दिलाने के मुद्दे पर भी कुछ लोग हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं।