Lockdown : काशी में फंसे मजदूर, स्टूडेंट और पर्यटकों की घर वापसी, रवानगी से पहले सभी की हुई थर्मल स्कैनिंग

Varanasi : विभिन्न प्रांतों में फंसे हुए श्रमिक, विद्यार्थी, तीर्थयात्री, पर्यटक व अन्य लोगों को घर भेजने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। गुरुवार को राजस्थान और झारखंड के लोगों को सरकारी बसों के द्वारा निशुल्क उनके प्रदेशों को वापस भेज दिया गया। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में घर जाने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की गई और स्वस्थ्य पाए जाने पर सभी को उन्हें गृह जनपद को सरकारी रोडवेज के बसों द्वारा रवाना किया गया। एडीएम सिटी विनय सिंह व एसपी सिटी दिनेश सिंह कि मॉनिटरिंग में राजस्थान राज्य के लिए ग्यारह तथा झारखंड राज्य के लिए 47 बसों से यात्रियों को रवाना किया गया। सभी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया गया। जिला प्रशासन द्वारा मिली जानकारी के अनुसार रोडवेज से 47 बसों से 1432 यात्रियों को झारखंड व सम्पूर्णानन्द से 11 बसों से 300 यात्रियों को राजस्थान रवाना किया गया है। गुरुवार को कुल 1732 यात्रियों को रवाना किया गया।

उत्तर प्रदेश परिवहन वाराणसी मंडल के अधिकारी अरविंद कुमार मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेश पर यूपी परिवहन निगम की 30 बसों को लगाया गया था लेकिन झारखंड जाने के लिए यात्री लगातार बढ़ते गए जिसे देखते हुए और भी बसें लगाई गई। यात्रियों को सेनिटाइज करवा कर मेडिकल चेकअप कर के ही बसों में ही बैठने दिया जा रहा है। लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी बस स्टैंड पर सुबह से ही यात्रियों को नियंत्रित करती रही। पुलिस प्रशासन द्वारा माइक से लोगों को नियमों का पालन करते हुए बसों में जाने के लिए कहा जा रहा था। झारखंड और राजस्थान के अलावा अन्य यात्रियों को आज नहीं भेजा गया। वहीं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के अनुसार पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के यात्रियों के लिए भी उनकी सरकार से वार्ता की जा रही है। जैसे ही व्यवस्था होगी इसकी जानकारी दी जाएगी।