बनारस में मानस मर्मज्ञ राजन जी महाराज : बोले- सहज रहना सीख लीजिए सभी समस्याएं खुद खत्म हो जाएंगी, जीवन में विश्वास और श्रद्धा का मिलन हुए बिना भक्ति संभव नहीं
Varanasi : बड़ागांव के कुड़ी में एक शिक्षण संस्थान के प्रांगण में चल रहे संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन श्रीराम जन्मोत्सव प्रसंग पर कथा करते हुए मानस मर्मज्ञ राजन जी महाराज ने बताया कि जीवन में बिना विश्वास और श्रद्धा का मिलन हुए भक्ति की धारा कदापि प्रवाहित नहीं हो सकती। कथा को सुनने और प्रभु की भक्ति करने का वही अधिकारी है जिसे सत्संग से प्रेम और प्रभु के प्रति मन में अटूट श्रद्धा-विश्वास हो।
श्रीराम कथा के सपत्नीक मुख्य यजमान अरविंद मिश्र और अजय दूबे द्वारा व्यासपीठ, पवित्र रामचरित मानस और कथा मंडप की आरती उपरांत आरंभ हुए कथा को दैनिक विश्राम देते हुए राजन जी महाराज ने प्रभु के प्रति धन्यवाद अर्पित करते हुए बताया कि जीव को लगता है कि कथा हम गा रहे हैं पर यह तो उसका भ्रम मात्र है, क्योंकि गाने और गवाने वाला तो कोई और है।
वास्तव में जीवन में हम जो कुछ भी कर पाते हैं उसे करने और कराने वाला तो कोई और है, इसलिए व्यक्ति को जीवन में सदैव अहंकार से मुक्त होकर सहज भाव से जीवन व्यतीत करना चाहिए, क्योंकि जीवन में जिसको सहज रहना आ गया उसकी समस्त समस्याएं वहीं समाप्त हो जाती है।
मंच का संचालन इंद्रदत्त मिश्र ने किया। अखिलेश दत्त मिश्र, बुलबुल मिश्र, अवधेश मिश्र, सुनील मिश्र, प्रकाशदत्त मिश्र, अरविंद मिश्र सीताराम,रवींद्र मिश्र सोनू, अनीष मिश्र, सचिन मिश्र, बादल मिश्र, विपिन कुमार मिश्र, मनीष मिश्र दीपू, अंकित मिश्र, अर्पित मिश्र, प्रखर मिश्र सहित कई भक्त इस दौरान मौजूद थे।
