मुस्लिम महिलाओं ने मोदी राखी बनाकर एकता की खींची नई लकीर, कही ये बात
Varanasi News : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की मुस्लिम महिलाओं ने मोदी राखी बनाकर मोदी विरोधियों को कड़ा संदेश दे दिया है। शनिवार को मुस्लिम महिला फाउण्डेशन एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में लमही के सुभाष भवन में जुटी मुस्लिम महिलाओं ने मोदी के चित्र वाली राखी सितारा और टिक्की के साथ बनाकर समाज में एकता की नई लकीर खींच दी। महिलाओं ने राखी बनाने के साथ प्रधानमंत्री को समर्पित गीत ‘देशवा के खातिर रखिया हमरे बाँधी ल, उमरिया हमरो ले ला ये मोदी भइया. बहिनन के देहला तलकवा से आजादी, सूनी न छोड़ल जाइ तोहार कलइया, हे मोदी जी,ढोलक की थाप पर गाया।
इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक मुक्ति आन्दोलन में सहयोग करने वाले आरएसएस के नेता इन्द्रेश कुमार के चित्र वाली राखी के साथ चन्द्रयान और अदिविशेश्वर के चित्र वाली भी राखी बनाई। मुस्लिम महिलाओं ने समान नागरिक संहिता के नाम की राखी बनाकर पीएम को भेजकर एक देश, एक कानून की मांग की।
मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि पीएम मोदी ने मुस्लिम बेटियों का ध्यान एक भाई और पिता की तरह रखा। उन्होंने कभी भेद नहीं किया। वर्षों से तीन तलाक की पीड़ा झेल रही मुस्लिम बहनों को तलाक से मुक्ति दिलाकर सम्मान से जीने का अधिकार दिया. हिन्दू–मुसलमानों के साथ होने वाले संघर्षों को खत्म करके श्रीराम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। चन्द्रयान को भेजकर जो सफलता पाई है उससे पूरी दुनियां ये मानने लगी है कि मोदी है तो मुमकिन है।
संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अर्चना भारतवंशी ने कहा कि लोग मोदी में राजनेता देखते हैं, लेकिन भारत की बेटियां उनको अपने बड़े भाई की तरह ही देखती हैं। मोदी राखी जिस भाई की कलाई पर बाँधी जाएगी उसे भी गर्व महसूस होगा। फाउण्डेशन की जिला अध्यक्ष रजिया सुल्ताना ने कहा कि बेटियों की चिंता करने वाला अपना पिता या भाई ही हो सकता है। मोदी हमारे बनारस के हैं, उन पर हमें यकीन है. वह जो भी करेंगे, इस देश के लिए ही करेंगे।