निजीकरण के विरोध में NE रेलवे मेंस कांग्रेस ने दिया धरना
Varanasi : डीआरएम पूर्वोत्तर रेलवे कार्यालय पर मंगलवार को एनई रेलवे मेंस कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया। ये धरना प्रदर्शन रेलवे निजीकरण, न्यू पेंशन स्कीम और लंबित मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर था। कार्यक्रम की अध्यक्षता एन. ई. रेलवे मेन्स कांग्रेस के केन्द्रीय अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय ने किया। उन्होंने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा की पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल कराने की लड़ाई पूरे देश में शुरू हो गया है।
इस दौरान अखिलेश पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा की भारत सरकार द्वारा रेलवे के साथ- साथ और कई सरकारी तंत्रों का निजीकरण किया जा रहा है जिससे सरकारी नौकरियों का अवसर युवाओं के लिए समाप्त हो रहा है तथा कर्मियों का शोषण हो रहा है। कहा कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियो के लिए किसी भी रूप में फायदेमंद नहीं है सेवानिवृत कर्मचारियो की गरीमा कायम रखने के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को पुनः लागू किया जाना जरुरी है।
एन. ई. रेलवे मेन्स कांग्रेस के वाराणसी मण्डल के मण्डल मंत्री दुर्गेश पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा की न्यू पेंशन स्कीम के तहत मिलने वाली पेंशन की राशी शेयर बाजार आधारित है जिससे कर्मियों का भविष्य सेवानिवृती के पश्चात अंधकारमय है सरकार द्वारा न्यू पेंशन स्कीम को लागू कर कर्मियों का शोषण किया जा रहा है।
वहीं, एन. ई. रेलवे मेन्स कांग्रेस के महामंत्री अब्दुल शेख ने अपने संबोधन में रेल कर्मियों से अपील करते हुए कहा की पुरानी पेंशन की बहाली हेतु राष्ट्रव्यापी आन्दोलन के लिए एक जुट हो जाए। एन.ई.रेलवे मेन्स कांग्रेस के केंद्रीय उपाध्यक्ष गोपीनाथ उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि रेलवे ग्रुप डी कर्मचारी का शोषण चरम पर है इस पर तत्काल रेल प्रशासन रोक लगाये नहीं तो रेल कर्मी हड़ताल पर भी जाने को विवश होंगे।