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अनजान वजहों से Night Meeting : Varanasi का पहला केस जहां Demolition तो दूर, VDA वाले भटक नहीं रहे, Commissioner, DM की मेहनत पर पानी फेरोगे क्या JE साहब?

Varanasi News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को लेकर राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ कितने भी संजीदा हो जाएं लेकिन, ग्राउंड फ्लोर पर काम संबंधित विभागों को दिखाना है, अपना टशन है सबका। कभी-कभी आपने देखा होगा कि बिना शिकायत किए संबंधित विभाग एक्टिव हो जाता है। कार्रवाई होता है। पर, यहां तो कहानी ही उलट है। अनजान वजहों की वजह से हुई रात की मीटिंग का इंपैक्ट ये है कि VDA के जिम्मेदार मौके पर जाना तक मुनासिब नहीं समझ रहे।

सीनियर आईएएस कमिश्नर कौशल राज शर्मा की मेहनत किसी से छुपी नहीं है। जिलाधिकारी वाराणसी रहते हुए कौशल राज शर्मा कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के साथ सीधे संपर्क में होते थे। कमिश्नर बनने के बाद उन्होंने दायरा बढ़ा लिया। इतना कि, मिलने पर एहसास नहीं होगा कि कमिश्नर सामने हैं। वाराणसी मंडल में ऐसा कोई प्रकरण नहीं जो कौशल राज शर्मा की जानकारी में आने के बाद लंबित रह जाए।

जिलाधिकारी एस. राजलिंगम भी जन सरोकारों से जुड़ी चीजों के लिए दिन को दिन और रात को रात नहीं मानते। बावजूद इसके, प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र का एक मसला ऐसा भी जो नियमों को, शिकायतों को और जिम्मेदारियां को नहीं मानता, नहीं मानता तो फिर तनख्वाह कैसे लेता है मालूम नहीं?

ऐसा थोड़े है कि सिर्फ पुलिस विभाग ही रस्सी को सांप और सांप को रस्सी बनाने में पारंगत है। बनारस में एक और विभाग है, लोग उसको वाराणसी विकास प्राधिकरण मतलब VDA के नाम से जानते हैं।

दरअसल, राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ के फरमान के बावजूद काशी की स्वरूप को बिगाड़ा जा रहा है। अवैध निर्माण कराने वाले दिन के उजाले के साथ-साथ रात के अंधेरे का भी फायदा उठा रहे हैं। गंगा किनारे अवैध निर्माण जारी है। रोक-टोक करने वाला कोई नहीं।

VDA के भेलूपुर जोन के केदारघाट पर गंगा से सटे केएस पेइंग गेस्ट हाउस का निर्माण कार्य अभी भी जारी है। आलम ये है कि जब इस संबंध में इलाकाई JE से पूछा गया तो उन्होंने पहले मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया, बाद में कहा कि निर्माण करने वाले को नोटिस भेजी जाएगी।

अवैध निर्माण पर VDA के द्वारा कोई कार्रवाई तो नहीं हुई बल्कि निर्माण कार्य और तेज हो गया। आसपास के लोगों ने बताया कि अवैध गेस्ट हाउस को बिना VDA के नक्शा और NOC के खड़ा किया जा रहा है। दिन के साथ रात में भी जोरों-सोर से निर्माण कार्य चल रहा है।

गौरतलब है, केदारघाट पर गंगा से सट कर केएस पेइंग गेस्ट हाउस है। मौजूदा समय में दूसरे और तीसरे तल को ढालने की तैयारी चल रही है। अवैध निर्माण को खड़ा करने के लिए पास में स्थित एक मठ के नाम का बड़ा बैनर लगाकर गेस्ट हाउस के चारों ओर से ढक दिया गया है।

नियमों की बात करें तो वाराणसी में गंगा घाट किनारे 200 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार का नवनिर्माण करना अवैध है। इसके बावजूद भी किसी चीज की अनजान सीढ़ी लगा कर तीन मंजिला अवैध पेइंग गेस्ट हाउस खड़ा किया जा रहा है।

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