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अब काशी की जनता को अंधेरे में नहीं गुजारनी होगी रात : वाराणसी में हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ बिजलीकर्मियों की हड़ताल वापस

Varanasi : यूपी में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल खत्‍म हो गई है। संघर्ष समिति ने 72 घंटे के कार्य बहिष्कार आंदोलन का ऐलान था जिसे एक दिन पहले ही वापस ले लिया गया है। हड़ताल वापसी के ऐलान के साथ ही ऊर्जा मंत्री ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से कहा है कि प्रदेश में जहां कहीं भी बिजली सप्‍लाई ठप हो उसे जल्‍द से जल्‍द शुरू किया जाए और जो भी कर्मचारी कार्यस्थल पर न हों वे तुरंत वहां जाकर अपनी ड्यूटी सम्‍भालें। शनिवार की रात सरकार और कर्मचारी नेताओं के बीच बातचीत बेनतीजा रही थी लेकिन रविवार को जब जल निगम के गेस्ट हाउस में कर्मचारी नेता एक बार फिर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और चेयरमैन एम देवराज के साथ बैठै तो काफी सकारात्‍मक ढंग से बातचीत हुई। इस बातचीत के बाद बिजली कर्मचारी नेताओं ने हड़ताल खत्‍म करने की घोषणा कर दी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सरकार पहले भी बातचीत के लिए तैयार थी। आज की वार्ता सकारात्‍मक रही है। सभी कर्मचारियों से अपील है कि तत्काल काम पर लौट जाएं।

हड़ताल खत्म होने की खबर के बाद बीते 50-60 घंटे से बिजली सकंट का सामना कर रहे लोगों के ने राहत की सांस ली है। वाराणसी स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम कार्यालय के बाहर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री के साथ हुई वार्ता में उनकी मांगों को जल्द मान लेने की बात कहे जाने पर हर्ष व्यक्त किया है। हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ ही विद्युत कर्मियों ने अपने हड़ताल को वापस लेने का एलान किया। गुरुवार रात 10 बजे शुरू हुई हड़ताल को दोपहर बाद खत्म खत्म करने का रविवार दोपहर बाद किया गया।

गौरतलब है कि, हड़ताल के दौरान वाराणसी जिले में कहीं 30 तो कहीं 40 तो कहीं 60 घंटे तक बिजली नहीं रही। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक हाहाकर मच गया। कई गांव-मोहल्लों में 36-40 घंटे से बिजली गुल होने के कारण अभी लोग नहाने-खाने तक के पानी के लिए परेशान रहे। बिजली आपूर्ति ठप होने से उत्पन्न पेयजल किल्लत अब व्यापक जनाक्रोश की वजह बनती दिखी। शहर के ज्यादातर मोहल्लों में जलापूर्ति करने वाले नलकूपों को स्थानीय उपकेंद्रों से बिजली मिलती है। विद्युत कर्मियों की हड़ताल के बाद से कई उपकेंद्रों से बिजली नहीं मिली। इससे मोहल्लों में हाहाकार की स्थिति है। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाया पर लोग नहीं माने। उनका कहना था कि बिजली कर्मचारियों और सरकार के बीच लड़ाई में आम लोग पिस रहे हैं। बिजली आपूर्ति ठप होने से सबसे बड़ी मुसीबत नगर क्षेत्र के लोगों को पीने के पानी के लिए हुई। सुबह होते ही पानी के लिए मारामारी की नौबत पैदा हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आपूर्ति ठप होने से लोगों को काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ी।

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