पोस्टरबाजी में एक और मुकदमा : Varanasi का ये शख्स ट्विटर चलाकर फिर सुर्खियों में आया, इस बार इंस्पेक्टर की तहरीर पर FIR
Varanasi : सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर के बारे में ट्विटर पर पोस्टर जारी कर अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में भेलूपुर थाने पर तैनात इंस्पेक्टर ने विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक पर मुकदमा दर्ज कराया है। थाने पर तैनात निरीक्षक महातम यादव ने तहरीर दी है। पुलिस धारा 153-A, 505 (1) (C), 295-A और आईटी एक्ट की धारा 67 में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
निरीक्षक महातम यादव ने तहरीर देते हुए बताया कि वह देखभाल क्षेत्र में मौजूद थे। यह पता चला कि सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक निवासी जैन धर्मशाला थाना भेलूपुर द्वारा सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर के विरुद्ध अमर्यादित, अशोभनीय, धर्म का अपमान करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली एक पोस्ट की है।
इंस्पेक्टर महातम यादव ने बताया कि अरुण पाठक द्वारा उक्त पोस्ट के माध्यम से जानबूझकर धर्म विशेष के लोगों की भावनाओं को आघात पहुंचाने का आपराधिक कृत्य किया गया है। उन्होंने बताया कि अरुण पाठक के ऊपर इस तरह की पोस्ट करने पर वाराणसी के कई थानों में अभियोग पंजीकृत हैं। ऐसे में इसे संज्ञान लेते हुए थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया।
SHO भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि इंस्पेक्टर महातम यादव ने तहरीर दी है जिसपर मुकदमा कायम कर अरुण पाठक की तलाश की जा रही है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस पर भी गौर करिए
याद होगा, अरुण पाठक ने साव 2020 में नेपाली युवक का सिर मुंडवा कर जयश्री राम के नारे लगवाए थे। इस मामले में भी भेलूपुर थाने में मुकदमा कायम हुआ था। साल 2021 में कैंट, सिगरा, लंका, दुर्गाकुंड इलाके में अरूण पाठक ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विवादित पोस्टर चस्पा कराया था। इस प्रकरण में भेलूपुर, लंका सहित सिगरा थाने में मुकदमा कायम है। नेपाली युवक का सिर मुंडवा कर जयश्री राम के नारे लगवाने के मामले में डीजीपी के आदेश के बावजूद आज तक पुलिस वांछित अरुण पाठक को गिरफ्तार नहीं कर पायी है।