महाशिवरात्रि को लेकर पुलिस और प्रशासन ने कसी कमर : मंडलायुक्त ने तैयारियों का जायजा लिया, बोले- दर्शनार्थियों को न हो कोई असुविधा
Varanasi : महाशिवरात्रि के पर्व पर भक्तों की भीड़ के मध्यनजर पुलिस और प्रशासन ने कमर कस लीं है। कल महाशिवरात्रि का पर्व है। इस बार काशी विश्वनाथ मंदिर में जबरदस्त भीड़ होने का अनुमान है। इसके अलावा आज शाम से ही पंचकोसी परिक्रमा की भी शुरुआत हो जाएगी। काशी में 1 दिन यानी 24 घंटे के अंदर 5 कोस की यात्रा करने वाले लोग आज शाम मणिकर्णिका घाट से इसकी शुरुआत करेंगे। इससे लेकर तैयारियां मुकम्मल की गईं हैं।
कमिश्नर कौशल राज शर्मा और आला अधिकारियों ने इंतजामाें पर मंथन किया। मंडलायुक्त ने काशी विश्वनाथ धाम के बोर्ड रूम में गुरुवार काे एक बैठक की। इस बैठक में महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इस पर चर्चा की। मंडलायुक्त ने कहा कि दर्शनार्थियों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि है। इसके लिए सभी विभाग अपनी तैयारी पूरी कर लें। मंडलायुक्त ने कहा कि मंदिर में सभी मार्गों पर जिस रास्ते से दर्शनार्थी मंदिर में प्रवेश करेंगे और निकलेंगे, उस पर बेरिकेडिंग कराएं। इसके अलावा जगह जगह पेयजल की व्यवस्था करें जिससे दर्शनार्थियों को बैरिकेडिंग के बाहर न निकलना पड़े। उन्होंने कहा कि गंगा घाट पर धाम के चौक परिसर में और चार नंबर मुख्य प्रवेश द्वार पर चिकित्सा विभाग की टीमें तैनात की जाएं।
कमिश्नर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एंबुलेंस के साथ-साथ चिकित्सक और बेड लगाकर प्राथमिक उपचार की पूरी सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्थाएं कर दी गईं हैं। श्रद्धालुओं के आने और जाने के सभी मार्गों को तय करके उस पर बैरिकेडिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए पेयजल, चिकित्सा की सुविधा और खोया पाया केंद्र के अलावा पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी जगह-जगह लगाए जा रहे हैं। मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि किसी प्रकार के वाहन मैदागिन और गोदौलिया से मंदिर की तरफ नहीं आएंगे। दिव्यांगजनों, वृद्धजनों के लिए ई-रिक्शा मंदिर की ओर से चलाया जा रहा है। उसका दुरुपयोग न हो, इसके लिए उससे पर होमगार्ड के जवान तैनात किए जाएं।