एक दफा लौटाया, दूसरी बार जांच में निकला Corona Positive
वाराणसी। कोरोना से जंग में जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही सामने आने लगी है। कंट्रोल रूम से लेकर सीएमओ तक की मोबाइल फोन की घंटियां बज रही हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। बानगी है, एक युवक का सैंपल पहली बार लौटाने और दूसरी बार में पाजिटिव आने का भी मामला सामने आया है। शिकायत जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा तक पहुंची हैं। उन्होंने विभागीय अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। सावधान किया कि हालात बिगड़े तो लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई होगी।
केस 1
बिन देखे लौटा दिया वापस, हो गई मौत
डाफी स्थित अशोकपुरम कालोनी निवासी 43 वर्षीय व्यक्ति को सर्दी, खासी, जुखाम और बुखार था। रविवार की शाम को सांस लेने में दिक्कत हुई तो घर के लोग डाफी स्थित निजी अस्पताल ले गए। चिकित्सक ने कोरोना से पीड़ित होने की आशंका जताई। रात नौ बजे बीएचयू में दिखाया गया। डाक्टर ने दवा लिखी और भाप लेने की सलाह दी। रात में 11 बजे हालत ज्यादा बिगड़ी। घर के लोगों ने टोल-फ्री +91-8114001673 व सीएमओ के मोबाइल नंबर +91-9415301513 पर फोन किया। मदद नहीं मिली। रात तीन बजे उनकी मौत हो गई। कालोनी में हड़कंप मच गया। शव उठाने कोई आगे नहीं आया। अंत में शव वाहिनी को फोनकर बुलाया गया तो अंतिम संस्कार हुआ।
केस 2
स्वास्थ्य टीम बुलाने में छूटा पसीना
मुंबई से बाबतपुर एयरपोर्ट पर रविवार की शाम पहुंचे कानपुर निवासी एक युवक व बहराइच निवासी एक अन्य चुपचाप परिसर से बाहर निकले। वहां स्वास्थ्य टीम और सुरक्षाकर्मी नहीं पकड़ सके जबकि मुंबई में ही दोनों के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर लगी थी। एयरपोर्ट से दोनों रात नौ बजे कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे। प्लेटफार्म एक पर लखनऊ की ट्रेन का इंतजार करने लगे। जीआरपी को आशंका हुई। उन्होंने स्टेशन डायरेक्टर आनंद मोहन सिंह को अवगत कराया। उन्होंने चिकित्सकीय टीम भेजा और खुद भी मौके पर पहुंचे। जांच में हाथ पर लगी होम क्वारंटाइन की मुहर दिखी। स्टेशन पर हड़कंप मच गया। डायरेक्टर ने टोल फ्री नंबर के साथ ही एंबुलेंस को फोन कराया। सीएमओ को फोन कर अवगत कराया। घंटों मदद नहीं मिली तो कमिश्नर दीपक अग्रवाल को फोन किया। एंबुलेंस मौके पर पहुंची। दोनों को शिवपुर स्थित क्वारंटाइन वार्ड भेजा गया। वहीं सोमवार की भोर में महानगरी में भी मां के साथ आई गाजीपुर निवासिनी युवती जांच में कोरोना संदिग्ध मिली। अस्पताल तक भेजने में रेल प्रशासन को परेशानी हुई। बड़ा सवाल यह भी कि जब कैंट व मंडुआडीह स्टेशन पर क्वारंटाइन वार्ड बना है तो रेल प्रशासन स्वास्थ्य महकमे पर निर्भर क्यों।
केस 3
पहली दफा लौटा दिया था दोबारा जांच पर मिला पॉजिटिव
कोरोना वायरस की जांच में बीएचयू स्थित चिकित्सा विज्ञान संस्थान का माइक्रो बायोलाजी लैब भी लापरवाही बरत रहा है। फूलपुर थाना के चितौरा गांव में कोरोना पॉजिटिव मिले युवक की जांच के लिए पहली बार माइक्रो बायोलाजी लैब में भेजे सैंपल को बैरंग लौटा दिया। दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल प्रशासन ने जब दोबारा सैंपल भेजा तो रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।
केस 4
सलाह दे पुलिस लौटी
रोहनिया के भवानीपुर निवासी दो युवक 15 दिन पहले दुबई गए थे लेकिन कोरोना वायरस के कारण दोनों चार दिन पहले घर लौट आए। दोनों में से एक की तबीयत रविवार को बिगड़ गई। कोरोना हेल्पलाइन नंबर सहित स्थानीय पुलिस को फोन कर लोगों ने सूचना दी। देर रात तक कोई नहीं पहुंचा। सोमवार सुबह पुलिस पहुंची जरूर लेकिन अस्पताल जाने की सलाह देकर लौट गई।
- जारी किए गए नंबर
- 0542-2508585 कंट्रोल रूम 0542-2311211 और 0542-2310280 सीएमओ कार्यालय +91-8114001673 स्थानीय टोल फ्री नंबर 18001805145 राज्य मुख्यालय टोल फ्री नंबर
- इंतजाम पर एक नजर
- 108 एंबुलेंस 29
- 102 एंबुलेंस 38
- 03 एडवांस लाइफ सपोर्टिंग एंबुलेंस।