TB मुक्त भारत अभियान से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं : गोद लिए गए TB मरीजों के लिए तैयार कर रहीं पोषण पोटली
Varanasi : प्रधानमंत्री TB मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जनपद में निरंतर नए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश मिशन निदेशक की पहल पर उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यरत स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाएं भी इस अभियान से पूर्ण रूप जुड़ गई हैं। अब जनपद के समस्त ब्लॉक में स्वयं सहायता समूह, निक्षय मित्रों की ओर से गोद लिए गए टीबी मरीजों के लिए पोषण पोटली तैयार करेंगी और उनकी आपूर्ति करेंगी। क्षय रोगियों को दी जाने वाले पोषण पोटली स्वयं सहायता समूहों से तैयार कराकर देने का प्रस्ताव राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश कार्यालय को उपलब्ध कराया गया था। इस पर सम्यक विचारोपरान्त राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन निदेशक की ओर से निर्णय लिया गया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की ओर से मिले दिशा-निर्देश के क्रम में सभी ब्लॉक में स्वयं सहायता समूहों से पोषण पोटली क्रय करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए ग्रामीण आजीविका मिशन विभाग से लगातार संपर्क किया जा रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय निरंतर इस पर नजर बनाए रखे हुये हैं।जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय ने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में गोद लिए गए क्षय रोगियों को पोषण पोटली स्वयं सहायता समूह के माध्यम से उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है। वर्तमान में काशी विद्यापीठ ब्लॉक की स्वयं सहायता समूह से पोषण पोटली क्रय की जा रही है। जल्द ही अन्य ब्लॉक में यह प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
शासन की ओर से मिले पत्र के अनुसार पोषण पोटली में एक-एक किलो मूँगफली, भुना चना, गुड़, सत्तू, तिल/गज़क को शामिल किया जाना है। पोषण पोटली से टीबी मरीजों को प्रोटीन व अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व मिलेंगे जो कि उपचार में उनकी मदद करेंगे। इसके साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये भी सीधे मरीज के बैंक खाते में भेजे जा रहे हैं। क्षय रोगी नियमित दवा का सेवन करें, निक्षय पोषण की राशि का उचित इस्तेमाल पोषक तत्वों के लिए करें, इसके लिए जिला क्षय रोग नियंत्रण इकाई के कर्मी और निक्षय मित्र नियमित फॉलो अप कर रहे हैं। उन्हें सम्पूर्ण उपचार और जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।