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Seventh Episode of Tirthayan Completed : काशी की पंचकोसी यात्रा होगी आठवीं श्रृंखला, लालिताघाट-पशुपतिनाथ तक पहुंची यात्रा

Varanasi News : बांसफाटक स्थित ईशानेश्वर महादेव मंदिर से तीर्थायन क्रम के सप्तम सोपान की यात्रा रविवार को प्रातः 6.30 बजे शुरू हुई तथा समापन पशुपतिनाथ, नेपाली मंदिर पर 9.00 बजे हुआ।उल्लेखनीय है कि विश्व की प्राचीनतम, धर्म की नगरी काशी में पुराणोक्त लगभग 1100 से भी ज्यादा मंदिरों का उल्लेख है। काशी के अंतस में धर्म, दर्शन, संस्कृति और जनजीवन के अनूठे रहस्य छिपे हुए हैं। इन रहस्यों का उद्घाटन उनके नजदीक पहुंच कर ही किया जा सकता है। तीर्थ स्थलों, देव मंदिरों तथा सनातन संस्कृति की अप्रतिम धरोहरों को जानने-समझने के संकल्प को तीर्थायन नाम से एक अभियान के रूप में शुरू किया गया है।

सुबह 6.30 बजे काशी के तीर्थों की परिक्रमा के अभियान तीर्थायन के सप्तम सोपान के अंतर्गत यात्रा के तहत आने वाले 31 मंदिरों में भजन-कीर्तन के साथ लोगों ने विधिवत दर्शन-पूजन किया।

दर्शन के प्रमुख मंदिर

  • श्री ईशानेश्वर महादेव, शापुरी माल बांस फाटक।
  • श्री गजकर्ण विनायक (56 विनायक) ” “
  • श्री आदि विश्वेश्वर महादेव, सत्यनारायण मंदिर, बांस फाटक।
  • श्री सौभाग्य गौरी, नौ गौरी यात्रा ” “
  • श्री यक्ष भैरव, ” “
  • श्री यक्ष विनायक, (56 विनायक) विश्वनाथ गली।
  • श्री ढुंढिराज गणेश , ” “
  • श्री ओंकारेश्वर महादेव ” “
  • श्री गणनाथ विनायक, 56 विनायक ” “
  • श्री दण्डपाणि जी ” “
  • श्री मारकंडेय महादेव ” “
  • श्री लांगलीश्वर महादेव, खोवा गली
  • श्री ज्ञान विनायक, (56 विनायक)
  • श्री भीमाशंकर महादेव, काशी करवत मंदिर।
  • श्री मोद विनायक, ( 56 विनायक)
  • श्री पुलस्तेश्वर महादेव सप्तर्षि यात्रा, नीलकंठ।
  • श्री सप्तावर्ण विनायक (जौ विनायक ) मणिकर्णिका घाट से पहले।
  • अमृतेश्वर महादेव, विश्वनाथ कॉरिडोर
  • नीलकंठेश्वर महादेव, ” “
  • श्री ताम्र वाराह विष्णु (एकादश महाविष्णु ) ” “
  • श्री त्रिसंधेश्वर महादेव ” “
  • त्रिसंध्य विनायक, ” “
  • श्री भागीरथ विनायक (फूटे गणेश जी) ” “
  • राजराजेश्वरी देवी, ललिता घाट।
  • मां तारा देवी (दस महाविद्या) ” “
  • मां ललिता गौरी (नौ गौरी)
  • मां गंगा देवी, विष्णु भगवान ( शयन में)
  • श्री गंगादित्य ( सूर्य) ” “
  • श्री गंगा केशव विष्णु ( षोडश विष्णु) ” “
  • मां ललिता गौरी चरण पादुका, “
  • श्री पशुपतिनाथ, नेपाली मंदिर “

अंत में घाट वॉक के संस्थापक डॉ. विजय नाथ मिश्र ने आये हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार जताया। यात्रा संयोजक डॉ. अवधेश दीक्षित की तरफ से आगामी यात्रा के संदर्भ में सूचना दी गई कि श्रावण का अधिमास लगने की वजह से इस दौरान पंचकोसी यात्रा का बड़ा महात्म्य है, इसलिए सबकी सहमति से अगला तीर्थायन पंचकोसी परिक्रमा का रखा जाएगा। जिसकी अग्रिम सूचना और विवरण समूह में समयबद्ध प्रेषित किया जाएगा।

तीर्थायन में प्रमुख रूप से प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र, प्रो. विजयनाथ मिश्र, डॉ. अवधेश दीक्षित, शैलेश तिवारी, प्रो. श्रीप्रकाश शुक्ल, अमरेंद्र पांडेय, बलराम यादव, संजय शुक्ल, मनीष खत्री, अभिषेक यादव, संजय शुक्ल, रजनीकांत त्रिपाठी, महेश उपाध्याय, डॉ. राधाकृष्ण गणेशन, मनीष खत्री, वाचस्पति उपाध्याय, रत्नेश पांडेय, मृत्युंजय मालवीय, ऋषि झिंगरन, आंनद राय, सरिता गुप्ता, डॉ. चंदना रथ, अन्नपूर्णा पांडेय, विनय शुक्ल, डॉ. अनिल गुप्ता सहित 150 से अधिक लोग शामिल रहे।

तस्वीरों में देखिए सातवीं यात्रा

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