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Shaniwar Upay: जीवन में बनी रहे खुशहाली और संपन्नता तो शनिवार को करें ये उपाय, दूर होगी हर बाधा

शनिवार को शनि प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान शंकर के साथ ही शनिदेव की पूजा का बड़ा ही महत्व है। बता दें कि प्रत्येक महीने में दो पक्ष होते हैं एक कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष। इन दोनों ही पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। प्रदोष व्रत में भी प्रदोष काल का महत्व होता है। प्रदोष काल उस समय को कहा जाता है, जब दिन छिपने लगता है, यानि सूर्यास्त के ठीक बाद वाले समय और रात्रि के प्रथम प्रहर को प्रदोष काल कहा जाता है। त्रयोदशी के दिन प्रदोष काल के समय शिवजी की पूजा का विधान है। त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है, उसे जीवन में सुख ही सुख मिलता है। ऐसे में प्रदोष व्रत के दिन शिव प्रतिमा के दर्शन अवश्य ही करने चाहिए। इसके अलावा शनिवार और प्रदोष व्रत के मौके पर कौनसे उपाय करने चाहिए जानिए विमल जैन से –

अगर आपको हमेशा किसी न किसी चीज का भय बना रहता है, जिसके चलते आप उलझन महसूस करते हैं, तो शनिवार के दिन सवा किलो काली उड़द और दो लड्डू मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान करें।

अगर आप अपने आस-पास पॉजिटिविटी बनाये रखना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन किसी जरूरतमंद को काला कंबल भेंट करें । साथ ही भोजन भी कराएं।

अगर आप ऑफिस में अपने सहयोगियों का साथ बनाये रखना चाहते हैं, तो शनिवारके दिन शनि मंदिर में सरसों का तेल दान करें । साथ ही शनिदेव के मंत्र का 21 बार जप करें । मंत्र इस प्रकार है- ‘शं ऊँ शं नमः’।

अगर आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, तो शनिवारके दिन कौए को रोटी डाले। साथ ही शनिदेव के मंत्र का 11 बार जप करें । मंत्र इस प्रकार है- ‘शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः’।

अगर आप अपने बच्चे की तरक्की चाहते हैं, तो शनिवारके दिन किसी लौहार या बढ़ई को उसकी जरूरत की कोई वस्तु दान कर दें और उसका आशीर्वाद लें।

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