शारदीय नवरात्र : देवी आराधना का महापर्व कल से शुरू, इस शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, बन रहा विशेष संयोग
Varanasi : देवी आराधना का महापर्व शारदीय नवरात्र कल यानी गुरुवार से शुरू हो रहा है। महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए धर्म की नगरी काशी तैयार हो चुकी है। घरों और प्रतिष्ठानों में कलश स्थापना होगी। जानकारों के अनुसार घट स्थापना मुहूर्त और अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। घट स्थापना के दिन चित्रा नक्षत्र, गुरुवार दिन साथ-साथ विष कुम्भ जैसे शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इस दिन कन्या राशि में चर्तुग्रही योग का निर्माण भी हो रहा है। घट स्थापना मुहूर्त 7 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 7 मिनट तक और अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 38 मिनट के बीच है।
नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार 7 अक्टूबर 2021 को हो रही है। विद्वानों की माने तो चतुर्थी और पंचमी या पंचमी और षष्ठी तिथि एक साथ पड़ रही है, इसी वजह से शारदीय नवरात्र 8 दिनों तक ही होगा। 15 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। नवरात्रि के दिन सुबह नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ पानी से स्नान कर लें। पानी में कुछ बूंदें गंगाजल की डालकर स्नान करें या स्नान के पश्चात शरीर पर गंगा जल का छिड़काव करें। कलश स्थापना के स्थान पर दीया जलाएं और दुर्गा मां को अर्घ्य दें। इसके बाद अक्षत और सिंदूर चढ़ाएं। लाल फूलों से मां को सजाएं और फल, मिठाई का भोग लगाएं। धूप, अगरबत्ती जलाकर दुर्गा चालीसा पढ़े और अंत में आरती करें।