श्रीमद भागवत कथा : सभी दुखों से पार लगाने वाला है भागवत कथा- रोहित कृष्ण शास्त्री
Varanasi : चौबेपुर क्षेत्र के छित्तमपुर गांव में चल रही भागवत कथा में पांचवें दिन रोहित कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सभी दुखों से पार लगाने वाला है भागवत कथा। कथा के मध्य भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया गया और भव्य झांकी भी सजाई गई। आचार्य दयाशंकर पाण्डेय ने प्रभु के जन्म के बाद मंत्रोच्चारण के साथ उनका अभिषेक कराया और आरती किया।
वहीं व्यासपीठ से शास्त्री अनुराग पाठक अंकित दुबे गुलशन दुबे ने भजन प्रस्तुत किया तो गांव से आई महिलाओं ने सोहर गाकर प्रभु से मंगल कामना किया। मनुष्य के जीवन में सुख आता है तो दुख भी आता है, लेकिन मनुष्य जीवन में ईश्वर नाम लेने मात्र से ही दुखों से पार हो जाता है। जैसे आपके जीवन में फिजिक्स केमेस्ट्री और मैथ लगाने के लिए सूत्रों की आवश्यकता होती है। उसी तरह जीवन को चलाने के लिए भगवत नाम सूत्र को आपको अपने जीवन में उतारना पड़ेगा।
मनुष्य को अपने जीवन में प्रभु का नाम ले कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। प्रभु नाम ही आपको सब बाधाओं से दूर कर आप का मार्ग प्रशस्त करेगा। कथा में कहा गया कि रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने वहीं ये सृष्टि चला रहे है। हम आप तो एक रोबोट है जिसको वो ऊपर बैठे ईश्वर चला रहे हैं। क्योंकि प्रभु की कृपा से आप इस धरा से शरीर पाए फिर इसी धरा में सबको समा जाना है, इसलिए जितना भी भक्ति कर सकते हो, उतनी भक्ति करते रहिए, न जाने यह शरीर आपका साथ छोड़ दें। जब आपका समय पूरा हो जाएगा तो वह आपको बुला लेगा।
जीवन में सदैव परोपकार करो, मनुष्य भागवत कथा सुनने आता है और अपने मन में न जाने कितने विचार पैदा रहता है उस विचार को छोड़कर ईश्वर में मन लगाइए। भगवान सर्वव्यापी है, कभी मांगना नहीं चाहिए वह सब जानता है। शास्त्रों में कहा गया है कि वेद की महिमा जब गाई जाती है भगवान नारद जी अपनी वीणा को छोड़कर ईश्वर की महिमा गाने लगते हैं। इसलिए भक्त को हमेशा दास बनकर ईश्वर को पुकारना चाहिए और उसकी आराधना करनी चाहिए। कथा में जौनपुर से पहुंचे रसूलपुर के ग्राम प्रधान रमेश उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर आशीर्वाद प्राप्त किया।