Varanasi 

इस महीने लगने वाला है सूर्य ग्रहण, जानें देश-दुनिया और राशियों पर इसका प्रभाव

विगत जनवरी को मिलाकर इस वर्ष कुल छः ग्रहण का योग

Sandeep Tripathi

Varanasi : पिछले साल के अंतिम सप्‍ताह और इस साल के पहले सप्‍ताह में ग्रहण का संयोग था। पहले सूर्य ग्रहण उसके बाद चंद्र ग्रहण लगा था। अब इस साल फिर से सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस साल जून के महीने में दो ग्रहण लगने वाले हैं। पहला चंद्र ग्रहण लगेगा और उसके बाद सूर्य ग्रहण। वहीं जुलाई में फिर चंद्र ग्रहण लगेगा। कुल मिलाकर इस साल 5 ग्रहण लगने वाले हैं। जिसमें से एक चंद्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 को लग चुका है और चार ग्रहण लगने वाले हैं। 5 जून को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत, यूरोप, अफ्रीक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा। वहीं 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया में दिखाई देगा।

आगामी 21 जून, 2020 को जो सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, वह कंकणाकृति का है। इसका अर्थ यह है कि इससे कोरोना का रोग नियंत्रण में आना शुरू हो जाएगा। यह ग्रहण भारत में खंडग्रास रूप में दिखाई देगा। भारतीय मानक समय अनुसार ग्रहण का आरंभ दिन में 10 बजकर 42 मिनट पर होगा। ग्रहण का मध्‍य 12 बजकर 29 मिनट दोपहर पर होगा एवं इसका मोक्ष दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर होगा। ग्रहण की अवधि 3 घंटे की रहेगी। यह अधिकांश भू-मंडल पर दिखाई देगा। इससे पहले 5 जून को चंद्र ग्रहण भी लगेगा। साल के अंत में एक और सूर्य ग्रहण होगा।

देश व दुनिया पर होगा यह प्रभाव

यह सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र में मिथुन राशि पर होगा। ज्‍योतिष गणना के अनुसार इसका प्रभाव मिला जुला रहेगा। इसके चलते संभलकर रहने की जरूरत है। ज्‍योतिष पंडित रामाधार द्विवेदी का कहना है कि इस ग्रहण के प्रभाव स्‍वरूप देश व दुनिया में पड़ोसी राष्‍ट्रों के आपसी तनाव, अप्रत्‍यक्ष युद्ध, महामारी, किसी बड़े नेता की हानि, राजनीतिक परिवर्तन, हिंसक घटनाओं में इजाफा, आर्थिक मंदी आदि पनपने के संकेत हैं। जहां तक भारत की बात है, विश्‍व में भारत का प्रभाव बढ़ेगा। महामारी से कई देशों को नुकसान होगा। इस साल के सूर्य ग्रहण पर अधिकतर ज्योतिषियों की नजरें हैं क्योंकि यह ग्रहण मिथुन राशि में लगेगा। 21 जून को लगने वाले ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही लग जाएगा। इस साल पड़ने वाले ग्रहण बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। क्योंकि ज्योतिषियों के अनुसार इन ग्रहण से मिथुन राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। उस समय कुल छह ग्रह वक्री होंगे जो अच्छा संकेत नहीं हैं। कहा जा रहा है कि ग्रहण के कारण ग्रहों की ऐसी स्थिति विश्व भर के लिए चिंताजनक मानी जा रही है।

5 जून 2020 चंद्र ग्रहण

रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक

कहां दिखाई देगा :- भारत, यूरोप, अफ्रीक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया

21 जून 2020 सूर्य ग्रहण

21 जून की सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 15 बजकर 03 मिनट तक

कहां दिखाई देगा:- भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया

5 जुलाई 2020 चंद्र ग्रहण

सुबह 08 बजकर 37 मिनट से 11 बजकर 22 मिनट तक

अमेरिका, दक्षिण पूर्व यूरोप और अफ्रीका

पांचवा ग्रहण: 30 नवंबर को होगा, यह चंद्र ग्रहण होगा, छठा ग्रहण: 14 दिसंबर को होगा, यह सूर्य ग्रहण होगा।

12 राशियों पर यह होगा प्रभाव

मेष – सफलता के संकेत

वृषभ – धन- यश की हानि

मिथुन – दुर्घटना की आशंका

कर्क – संपत्ति के मामले में हानि हो सकती है

सिंह – कहीं से लाभ प्राप्‍त होने के संकेत हैं।

कन्‍या – ग्रहण लाभकारी है। सुखद परिणाम मिलेंगे।

तुला – वाणी पर नियंत्रण रखें। झगड़ा हो सकता है।

वृश्चिक – ग्रहण ठीक नहीं है। कष्‍ट हो सकता है।

धनु – स्‍त्री पीड़ा का योग बन रहा है।

मकर – इस राशि के लोगों के लिए यह शुभ है।

कुंभ – जीवन में चिंता बढ़ सकती है।

मीन – परेशानी व बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।

कोरोना को लेकर ज्‍योतिष का यह अहम संकेत

कोरोना वायरस का संक्रमण जनवरी के बाद तेजी से फैलना शुरू हुआ था। इससे पहले 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगा था। ज्‍योतिषीय गणना के अनुसार यह ग्रहण नकारात्‍मक परिणाम देने वाला था, इसके चलते ही यह महामारी उत्‍पन्‍न हुई। लेकिन रोचक बात यह है कि ग्रहण से उपजा यह संकट ग्रहण से ही समाप्‍त होगा। आने वाले 21 जून को फिर से सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ज्‍योतिषीय पक्ष की मानें तो इस ग्रहण के बाद ऐसे योग निर्मित होंगे, जिससे कोरोना का संक्रमण खत्‍म होना शुरू होगा और इसके बाद सितंबर तक यह पूरी तरह से नष्‍ट हो जाएगा।

You cannot copy content of this page