धर्म-कर्म 

जानिए कब है महाअष्‍टमी और महानवमी : कन्‍या पूजन का क्‍या है शुभ मुहूर्त? नोट कर लें व्रत पारण का शुभ समय

इन दिनों मां दुर्गा की विशेष आराधना चैत्र नवरात्रि के दिन चल रहे हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। महानवमी तिथि के दिन हवन और कन्‍या पूजन के बाद व्रत का पारण किया जाता है। वहीं कुछ लोग महाअष्‍टमी के दिन कन्‍या पूजन और पारण करते हैं। अष्‍टमी तिथि पर महागौरी का पूजन किया जाता है और नवमी पर मां सिद्धिदात्री का। आइए ज्‍योतिषाचार्य विमल जैन से जानते हैं अष्‍टमी और नवमी तिथि पर कन्‍यापूजन और व्रत पारण का शुभ…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023: आज के दिन ये महाउपाय करने से पूरी होती है हर मनोकामना, पूजा में न करें ये गलतियां

शक्ति की प्रतीक मानी जाने वाली देवी दुर्गा की साधना के लिए नवरात्रि की पूजा बेहद शुभ मानी गई है। मान्यता है कि नवरात्रि में देवी के पावन 9 स्वरूपों की पूजा करने पर साधक को आशीर्वाद के रूप में नौ निधि प्राप्त होती है। उसके जीवन में किसी भी प्रकार का कोई कष्ट नहीं रह जाता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पलक झपकते ही पूरी हो जाती है। आज नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की विधान है। जगदंबे के जिस पावन स्वरूप की साधना करने से साधक…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि के पहले दिन घर में इन 4 चीजों को लाना होता है बहुत शुभ, घर में कभी नहीं होती धन की कमी

मां दुर्गा को शक्ति स्‍वरूपा कहा जाता है। 22 मार्च को चैत्र मास की शुक्‍ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, इस दिन से यानि आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। नवरात्रि के दिनों में माता दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों को बेहद शुभ माना जाता है। ज्‍योतिषाचार्य विमल जैन की मानें तो अगर आप नवरात्रि के पहले दिन घर में कुछ चीजें लेकर आएं तो आपका घर धन-धान्‍य से भरा रहत है और परिवार में सुख समृद्धि रहती है। यहां…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023: जानिए, नवरात्रि पर कलश स्थापना के क्या हैं नियम, भूलकर न करें ये गलतियां

22 मार्च चैत्र प्रतिपदा तिथि से 9 दिनों तक चलने वाला मां दुर्गा की उपासना का महापर्व चैत्र नवरात्रि आरंभ होने वाली है। नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना होती है। ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा नौ दिनों तक पृथ्वी पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों की सेवा और भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें आशीर्वाद प्रदान करती हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री माता…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023 : इन शुभ संयोग से होगी चैत्र नवरात्रि की शुरुआत, भक्तों के लिए होगी बेहद फलदायी, जानें कलश स्थापना का मुहूर्त

इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है। इन 9 दिनों में मां के 9 स्वरूपों यानी कि शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, मां कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की जाती है। इसके बाद 9 दिनों तक उस कलश का पूजन किया जाता है। नवरात्रि की अष्टमी और नवमी को छोटी कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप मानते हुए कन्या भोज कराया जाता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। ज्योतिषविद विमल जैन…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Amavasya 2023: अगर आप भी नौकरी में तरक्की पाना चाहते हैं तो चैत्र अमावस्या पर इन चीजों का करें दान, होगा विशेष लाभ

इस साल 21 मार्च 2023 को चैत्र अमावस्या पड़ रहा है। इसे भूतड़ी अमावस्या भी कहा जाता है। वहीं इस बार मंगलवार के दिन चैत्र अमावस्या होने से ये भौमवती अमावस्या भी कहलाएगी। मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए भौमवती अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। ये इस संवत की आखिरी अमावस्या होगी। धार्मिक मान्यता है कि चैत्र अमावस्या पर गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप मिट जाते हैं और दान करने से नौकरी, व्यापार में तरक्की की राह आसान हो जाती है। पितर भी…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023: जानिए, इस नवरात्रि माता किस पर सवार होकर आ रही हैं? क्या है महत्व

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत बुधवार 22 मार्च से हो रही है, जिसका समापन 30 मार्च को होगा। वहीं नवरात्रि के साथ ही 22 मार्च से हिंदू नववर्ष नव संवत्सर 2080 भी शुरू होगा। हर साल नवरात्रि पर माता रानी का आगमन विशेष वाहन पर होता है, जिसका खास महत्व होता है। मान्यता है कि नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और अन्य देवी-देवताओं के साथ पृथ्वीलोक पर आती हैं। इस साल नवरात्रि पर माता रानी नौका में सवार होकर आएंगी। माता रानी के वाहन का महत्व…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि में बन रहे 2 बेहद शुभ संयोग, इस मुहूर्त में कर लें ये काम, मिलेगा विशेष लाभ

हिंदू नववर्ष की शुरुआत ही चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से होती है, जो कि इस बार 22 मार्च से हैं। चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होंगी और 30 मार्च को रामनवमी के दिन समाप्‍त होंगी। इस बार चैत्र नवरात्रि के पहले ही दिन बेहद शुभ संयोगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिससे यह समय मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए और भी खास हो गया है। आइये ज्योतिषविद विमल जैन से जानते हैं कि बार क्या दुर्लभ संयोग बन रहे हैं – चैत्र नवरात्रि पर शुभ…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

इस दिन से शुरू हो रहा है खरमास, सभी मांगलिक कार्यक्रम पर रहेगी रोक, जानिए पूरे साल के विवाह मुहूर्त

15 मार्च से खरमास लगने जा रहा है। 15 मार्च से लेकर 14 अप्रैल, 2023 तक खरमास लगा रहेगा। इस दौरान सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। यहां तक कि शादी की शहनाई भी बंद हो जाएगी। धनु एवं मीन राशि में सूर्य देव के प्रवेश करने से खरमास लगता है। खरमास के समय आप को भगवान सूर्य और श्री हरि विष्णु की आराधना करनी चाहिए। खरमास के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इस बार में बता रहे हैं ज्योतिषविद विमल जैन – खरमास लगने…

और पढ़ें।
धर्म-कर्म 

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि में अद्भुत संयोग में पधारेंगी देवी दुर्गा, जानें कलश स्थापना का मुहूर्त और विधि

इसबार चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होकर 30 मार्च समाप्त हो रही है। इस नवरात्रि बेहद अद्भुत संयोग में शुरू हो रही है। चैत्र नवरात्रि में 9 दिनों तक देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है। चैत्र प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना की जाती है और अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन के बाद व्रत का पारण किया जाता है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 22 मार्च 2023, सुबह 10.52 से होगी और इसका समापन 30 मार्च 2023 को…

और पढ़ें।

You cannot copy content of this page