गुजरात में खड़ा था टैंकर और बनारस में कट गया चालान : मथुरा के मालिक ने लंका थाने में दर्ज करवाया मुकदमा, पुलिस कर रही जांच
Varanasi : ओवरलोडिंग चालान से बचने के लिए वाहन चालक तरह तरह के हथकंडे अपना रहे है। ताजा मामला डाफी टोल प्लाजा पर उजागर हुआ है जहां ओवरलोडिंग चालान से बचने के लिए फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी फास्टैग का खेल चल रहा है। ओवरलोड ट्रक यहां पर रुकते हैं। टाेल पर ओवरलोड के चालान से बचने के लिए लोकल ट्रक चालक बाहरी गाड़ियों का नंबर प्लेट लगवाते हैं। बिना गाड़ी के पेपर्स या आईडी दिए ही फास्टैग चिप भी चेंज कर दिया जाता है। इसके बाद टोल प्लाजा से गाड़ियां बिना किसी झिझक के पास हो जाती हैं। टोल प्लाजा से गुजरने वाली ओवरलोड ट्रकों की सूची परिवहन विभाग को मिल जाती है। इसी सूची से आनलाइन चालान कर दिया जा रहा है। ओवरलोडिंग के इस खेल में फर्जी नंबर प्लेट लगाने वालों के शिकार हो रहे कार और कुछ ट्रक मालिक। इसका खुलासा तब हुआ, जब सोमवार को वाराणसी से सैकड़ो किलोमीटर दूर गुजरात अदानी मुद्रा पोर्ट में खड़ी एक टैंकर ट्रक का चालान वाराणसी में कट गया।
मथुरा के रहने वाले प्रेमपाल ने लंका थाने में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया है। प्रेमपाल का कहना है कि इनका एलपीजी (इंडेन) गैस टैंकर गुजरात से अलीगढ़ चलता है। प्रेम पाल के अनुसार उसकी ट्रक जीपीएस की सुविधा से लैस है। बीते 16 जनवरी को उनका टैंकर गुजरात में था, लेकिन उसका चालान डाफी टोल प्लाजा पर कट गया। चालान कटने की जानकारी मिली, तो जांच कराने पर पता चला कि उनके टैंकर के रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल वाराणसी में कार्तिक नामक व्यक्ति कर रहा है। इंस्पेक्टर लंका बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।