शिक्षक शमशेर बहादुर को BSA ने किया निलंबित, जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित, ये है प्रकरण

वाराणसी। लॉकडाउन लागू होने के बाद से पुलिस और प्रशासनिक अफसर शोसल साइट्स पर भी नजर बनाए हुए हैं। फेसबुक, ट्विटर व इंस्टाग्राम जैसे शोसल साइट्स पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में चंद दिन पहले एक मामला प्रकाश में आया था, भड़काऊ पोस्ट करने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ा था।

ऐसा ही एक और मामला प्रकाश में आया है। उच्च प्राथमिक विद्यालय (मकई) के सहायक अध्यापक शमशेर बहादुर को बीएसए ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अध्यापक पर आरोप है कि उन्होंने मिशन प्रेरणा ग्रुप व कोरोना वायरस के संबंध में एक अत्यन्त आपत्तिजनक पोस्ट ग्रुप में पोस्ट किया। अध्यापक की ओर से फॉरवर्ड किए गए मैसेज में प्रधानमंत्री के विरूद्ध आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि इस ग्रुप में किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट व लेख अपलोड न करने की पहले ही सख्त हिदायद दी गई थी। अध्यापक का यह कृत्य सरकारी कर्मचारी आधरण नियमावली एवं अध्यापकीय गरिमा के विरूद्ध पाया गया। दोषी पाए जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए चिरईगांव ब्लाक से संबद्ध कर दिया गया है। प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है।