गंगा में डूबने से साधु की मौत : खराब चल रही थी तबीयत, पुलिस ने आश्रम के लोगों को दी जानकारी
Varanasi : सिंधिया घाट पर सोमवार की शाम नहाने के दौरान महात्मा ईश चैतन्य महाराज (70) नमक साधु गंगा में डूब गए। पता चलने पर पहुंची चौक पुलिस ने एनडीआरएफ की मदद से लाश के बाहर निकलवाया।
SHO चैक शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि महात्मा ईश चैतन्य महाराज (70) मुधदा धर्म शाला सुड़िया थाना चौक में रहते थे। वह गंगा स्नान के साथ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में रोज दर्शन करने जाते थे। रोज की तरह बाबा सोमवार को भी सिंधिया घाट पर नहाने के लिए पहुंचे।
नहाने के दौरान वह गहरे पानी में चले गए। डूब गए। जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची। जल पुलिस के साथ एनडीआरएफ से शव को खोजवाकर बाहर निकलवाया। पुलिस ने आश्रम के लोगों को भी सूचित किया।
घाट पर मौजूद ब्रह्मचारी परमचैतन्य ने बताया कि स्वामीजी हर दिन गंगा स्नान के लिए आते थे। उनकी तबीयत थोड़ी खराब चल रही थी। हो सकता है स्नान के दौरान तबीयत बिगड़ने से वे गंगा में डूब गए।
