थाना बढ़िया है लेकिन थानेदार के लिए नहीं : तीसरे थाना प्रभारी रहे इंस्पेक्टर सुधीर सिंह पर FIR तक दर्ज हुआ, यहां से किसी भी थाना प्रभारी का ट्रांसफर नहीं हुआ
Varanasi : लालपुर-पांडेयपुर थाना बढ़िया है लेकिन थानेदार के लिए नहीं। तीसरे थाना प्रभारी रहे इंस्पेक्टर सुधीर सिंह पर FIR तक दर्ज हुआ। याद होगा, लालपुर-पांडेयपुर थाना बनने के बाद पहला चार्ज मिला था दरोगा धनंजय पांडेय को।
थाना क्षेत्र से एक विवाहिता गायब हो गई। उसकी लाश मिली। सीनियर अफसरों की जांच में पता चला कि SO धनंजय पांडेय कि इस मामले में लापरवाही रही है। सब इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय सस्पेंड कर दिए गए।
दूसरे थाना प्रभारी बने इंस्पेक्टर वेद प्रकाश राय। वेद प्रकाश राय ने दबाकर थाना चलाया। IPS अमित पाठक उस समय बनारस के SSP थे। कमिश्नरेट नहीं बना था। सब कुछ ठीक चल रहा था इसी बीच कप्तान अमित पाठक ने SHO वेद प्रकाश राय को सस्पेंड कर दिया।
तीसरे थानेदार हुए इंस्पेक्टर सुधीर सिंह। लालपुर-पांडेयपुर की थानेदारी के मामले में SHO सुधीर सिंह की किस्मत ज्यादा दगाबाज निकली। थाने के आरक्षी चालक यशवंत सिंह ने छुट्टी न मिलने और पारिवारिक उलझनों की वजह से सरकारी जीप में खुद को गोली मार ली। इलाज के लिए उन्हें हॉस्पिटलाइज कराया गया।
उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। आरक्षी चालक यशवंत सिंह के प्रकरण में SHO सुधीर सिंह लाइन हाजिर कर दिए गए थे। गुरुवार को उनके खिलाफ लालपुर पांडेयपुर थाने में मृत आरक्षी चालक यशवंत सिंह के बड़े भाई बलवंत सिंह की तहरीर पर धारा 306 के तहत FIR लिखी गई। लाइन हाजिर होने के बाद इंस्पेक्टर सुधीर सिंह के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हुई थी।
