तीन दिन तक चोरों ने किया था काम : 60 फीट का लोहे का पुल चोरी होने के मामले में नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा, जानकारी के बाद पुलिस भी हैरान रह गई थी
Ajit Mishra
Bihar : रोहतास में चोरों ने पुलिस को बड़ी चुनौती दी है। पुलिस चोरों की तलाश में लगी हुई है। इस चोरी के विषय में है जो भी सुना हैरान रह गया है। जानकारी होने के बाद पुलिस दंग रह गई।
दरअसल, चोर सिंचाई विभाग का कर्मी बनकर लोहे के पुराने पुल को दिनदहाड़े JCB से उखाड़ लिए। पुल को पिकअप पर लादकर आराम से चलते बने। पुलिस और सिंचाई विभाग को चोरी जानकारी तीन दिन तक नहीं हुई।
बताया जाता है कि 47 साल पुराना पुल नासरीगंज प्रखंड के अमियावर स्थित आरा मुख्य नहर पर बना था। पुल 100 फीट लंबा और 10 फीट चौड़ा था। पुल में 500 टन लोहा होने की संभावना जतायी जा रही है। चोर जब पुल तोड़ रहे थे, तब गांव वालों ने सवाल किया।
इस पर चोरों ने कहा कि वे सिंचाई विभाग के कर्मचारी हैं, पुल जर्जर हो गया है। इसलिए इसे तोड़ा जा रहा है। घटना की जानकारी होने पर तीन दिन बाद विभाग ने अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी। चोरों ने बकायदा तीन दिनों तक पुल को गैस कटर से काटा और जेसीबी से उसे उखाड़ कर गाड़ी पर लाद लिया। आराम से चलते बने।
बाद में पता चला कि वे सिंचाई विभाग के अधिकारी नहीं, बल्कि चोर थे। हकीकत जानकर जहां लोग हैरत में पड़ गए। दूसरी तरफ, स्थानीय पुलिस-प्रशासन में भी इस घटना से खलबली मची है।
सबसे दिलचस्प यह है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी होने का झांसा देकर चोरों ने स्थानीय विभागीय कर्मियों की भी मदद ली। उनकी मौजूदगी में पूरा पुल चुरा लिया। स्थानीय कर्मचारियों की मौजूदगी में चोर पुल को काट-काट कर पिकअप पर लादकर ले जाते रहे।
यह क्रम तीन दिनों तक चलता रहा, लेकिन न तो स्थानीय कर्मचारियों और न ही आलाधिकारियों को इसकी भनक तक लग सकी। लोगों का कहना है कि वे लोग समझ रहे थे कि सिंचाई विभाग के अधिकारी क्षतिग्रस्त पुल को हटा रहे हैं।
ग्रामीणों की मानें तो पुल से लगभग 500 टन से अधिक लोहा निकला होगा। ग्रामीणों ने बताया कि पहले नहर पर कोई पुल नहीं था। लोग नाव से आर-पार करते थे। वर्ष 1966 में यात्री से भरी नाव नहर के गहरे पानी में डूब गई, इस हादसे में दर्जन भर लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद 1972 से 1975 के बीच नहर पर उक्त पुल का निर्माण तत्कालीन सरकार ने कराया था।
पुल के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर इसके समानांतर कंक्रीट पुल का निर्माण भी किया गया है। अब पुराना लोहे का पुल इस्तेमाल में नहीं था, इस कारण भी लोगों ने सोचा कि विभाग इसको हटा रहा है।मामले में शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार पर तंज भी कसा है।
उन्होंने ने ट्वीट कर कहा कि 45 वर्ष पुराने 500 टन लोहे के पुल को 17 वर्षों की भाजपा-नीतीश सरकार ने दिनदहाड़े लुटवा दिया है।पुलिस प्रशासन की नींद गहरी है। सरकारी विभागों की इससे बड़ी लापरवाही और क्या हो सकती है?


