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आज है कालाष्टमी व्रत, काल भैरव की पूजा करने से हर दोष से मिलती है मुक्ति, जानें शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मासिक जन्माष्टमी के साथ ही मासिक कालाष्टमी का भी व्रत रखा जाता है। मासिक कालाष्टमी के दिन काल भैरव का पूजन किया जाता है और काल भैरव को भगवान शिव का रौद्र अवतार कहा जाता है। पंचांग के अनुसार आज यानि 10 जून को मासिक कालाष्टमी का पर्व है और इस दिन विधि-विधान के साथ काल भैरव का पूजन किया जाता है। आइए जानते हैं कालाष्टमी व्रत का शुभ मुहूर्त, महत्व और इसकी पूजा विधि-

मासिक कालाष्टमी शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि आज यानि 10 जून को दोपहर 2 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 11 जून को दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर होगा। ध्यान रखें कि कालाष्टमी व्रत के दिन भगवान काल भैरव का पूजन व उपासना रात्रि के समय किया जाता है। इसलिए दिन भर व्रत रखने के बाद रात्रि के समय के पूरे विधि-विधान के साथ कालभैरव का पूजन करें।

मासिक कालाष्टमी का महत्व
मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने पापियों का विनाश करने के लिए अपना रौद्र रूप धारण किया था। शिव के दो रूप बताए जाते हैं बटुक ​भैरव और काल भैरव। जहां बटुक भैरव सौम्य हैं वही काल भैरव रौद्र रूप में हैं। मासिक कालाष्टमी को पूजा रात को कि जाती हैं इस दिन काल भैरव की पूजा करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं रात को चंद्रमा को जल चढ़ाने के बाद ही यह व्रत पूरा माना जाता हैं।

मासिक कालाष्टमी पूजन विधि
इस दिन भैरव चालीसा का पाठ करना चाहिए।कालाष्टमी के पावन दिन पर कुत्ते को भोजन कराना चाहिए। ऐसा करने से भैरव बाबा प्रसन्न होते हैं और सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं भैरव बाबा का वाहन कुत्ता होता हैं इसलिए इस दिन कुत्ते को भोजन कराने से विशेष फल की प्राप्ति भक्तों को होती हैं। आमतौर पर किसी पूजा-पाठ में काले रंग के वस्त्र पहनना वर्जित होता है लेकिन कालाष्टमी के दिन काल भैरव का पूजन करते समय काले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना गया है।

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