Varanasi 

Varanasi : निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का DM व commissioner ने किया स्थलीय निरीक्षण

निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण कराए जाने की हिदायत

किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त न किए जाने की दी कड़ी चेतावनी

Varanasi : कमिश्नर दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सोमवार को निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की कार्यों की स्थलीय निरीक्षण किया और कार्य के प्रगति की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि गत दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी के विकास एवं निर्माण परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा के दौरान जापान के सहयोग से निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के प्रगति के बाबत समीक्षा किया गया था। उन्होंने निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल, बेसमेंट, पोर्टिको सहित लाइटिंग एवं साउंड सिस्टम को पूरी तरह 15 से 20 अगस्त तक पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिया। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कार्य को पूरा कराए जाने हेतु रात्रि में भी शिफ्ट चलाये जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि श्रमिकों की अतिरिक्त व्यवस्था करके मौके पर पर्याप्त लाइटिंग एवं सुरक्षा मानकों को अपनाते हुए रात्रि में भी काम कराया जाए। ताकि निर्धारित समय अवधि में कार्य पूर्ण हो सके।

मंडलायुक्त ने 186 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के अवशेष निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर प्राथमिकता पर पूरा कराए जाने की डेटलाइन निर्धारित की। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि कार्य को निर्धारित समय से पूर्ण कराए जाने के लिए रोजाना कार्य कराए जाने से संबंधित कार्य सूची तैयार किया जाए और उसी के अनुरूप प्रगति सुनिश्चित कराई जाए। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को कार्यों की प्रगति की रोजाना समीक्षा किए जाने का भी निर्देश दिया। इस मौके पर मौजूद कार्यदाई संस्था के अभियंता को हिदायत देते हुए कमिश्नर ने कहा कि इसमें अब किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और निर्धारित अवधि में प्रत्येक दशा में कार्य को पूरा कराया जाये।

डीएम ने उद्घाटन के लिए आवश्यक कार्यों को 2 दिन के अंदर सूचीबद्ध कर रोजाना कराए जाने वाले कार्य के अनुसार श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर मैटेरियल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए अपेक्षित तेजी लाई जाए। उन्होंने विशेष रूप से जोड़ देते हुए कार्रवाई संस्था के अधिकारी को निर्देशित किया कि कार्य के दौरान जो भी परेशानी हो, उससे तत्काल अवगत कराएं। ताकि समस्या का समाधान प्राथमिकता पर निस्तारित किया जा सके।

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