Breaking Exclusive Varanasi उत्तर प्रदेश ऑन द स्पॉट 

बेमौसम बारिश से वाराणसी में सबसे ज्यादा फसल बर्बाद : किसानों का डाटा अपलोड, मिलेगा प्रति हेक्टेयर इतने रुपए मुआवजा

Varanasi : मार्च और अप्रैल माह में हुई बेमौसम बारिश ने यूपी के किसानों को सबसे ज्यादा नुक्सान पहुंचाया है। जिसमें वाराणसी ऐसा शहर है जहां बारिश से सबसे ज्यादा फसल बर्बाद हुए हैं। हालांकि सीएम योगी ने किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा देने का एलान किया है। जिसके बाद प्रशासन ने सर्वे रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दिया है। प्रति हेक्टेयर आठ हजार रुपये की दर से किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।

बता दें कि मार्च और अप्रैल में हुई बरसात और ओलावृष्टि से किसानों के फसलों का सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज दिया गया है। वहीं सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बारिश और ओलावृष्टि से 10 जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है। जिसमें वाराणसी के किसानों को ज्यादा नुक्सान हुआ है । गौरतलब है कि जिले में 23 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में गेहूं, चना, मटर, सरसों और सब्जियों का नुक्सान हुआ है। वहीं राज्य आपदा मोचक निधि के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर आठ हजार रुपये मुआवजा शासन की तरफ से दिया जायेगा।

गौरतलब है कि एक अप्रैल को हुई बारिश में 10 हजार 531 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 55 से 60 प्रतिशत तक फसलों को नुकसान हुआ। इससे पहले 19, 21, 30 और 31 मार्च को तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि से 13 हजार 112 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 70 प्रतिशत तक फसलों को नुकसान हुआ था। जिसमें 473 हेक्टेयर में चने की फसल, 396 हेक्टेयर में मटर, 210 हेक्टेयर में मसूर, 411 हेक्टेयर में सरसों, 21 हेक्टेयर में जौ, 200 हेक्टेयर में आलू की फसल प्रभावित हुई। वहीं प्राकृतिक आपदा से किसानों को राहत के लिए दो अप्रैल तक वाराणसी जिले के 23 हजार 885 किसानों का डाटा अपलोड किया गया। इसमें सदर तहसील के 6126, पिंडरा के 12705 और राजातालाब के 5051 किसान शामिल हैं। इसमें 58393 किसान प्रभावित हुए है जिसकी पुष्टि राजस्व विभाग की सर्वे रिपोर्ट ने की है।

उधर, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार ने कहा कि मार्च और अप्रैल में हुई बारिश से किसानों की फसलों के नुकसान का आकलन कर डाटा वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। जल्द ही किसानों के खाते में मुआवजे की राशि भेजी जाएगी।

You cannot copy content of this page