#Varanasi : मरने वाले जगन की पत्नी को जिला प्रशासन ने 12 घंटे के अंदर उपलब्ध कराई चार लाख रुपये शासकीय सहायता राशि
आकाशीय बिजली गिरने से हुई थी मौत
अस्पताल में भर्ती हैं घर के अन्य सदस्य
#Varanasi : विश्व स्वास्थ संगठन द्वारा घोषित महामारी नोवल कोरोना वायरस (#Covid19) से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन में शासन की मंशा अनुरुप प्रभावित लोगों के बीच राहत कार्य और अन्य सुविधाओं को पहुचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जन-समान्य के लीए आकस्मिक व अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थायें की गयी हैं।
शासकीय सहायता राशि उपलब्ध कराई गई
शनिवार को तहसील पिण्डरा में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति जगन यादव पुत्र स्व. जोखन यादव निवासी ग्राम रसूलहां तहसील पिण्डरा की मृत्यु हो गयी, जिनकी पत्नी श्रीमती कलावती को 12 घंटे के अंदर चार लाख रुपये की शासकीय सहायता राशि उपलब्ध करा दी गयी है। घायलों को भी चिकित्सा सुविधा व धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है।
अफसरों की अगुआई में मदद
लॉकडाउन में गैर प्रदेश-जिले से आये हुए फंसे लोगों के साथ-साथ देहात क्षेत्रों के गरीब-असहाय व्यक्तियों-परिवारों को उपजिलाधिकारियों, शहरी क्षेत्रों के गरीब, असहाय व्यक्तियों-परिवारों को अपर नगर मजिस्ट्रेट, नगर निगम अधिकारियों के माध्यम से राशन किट उपलब्ध कराये जा रहे हैं। अब तक कुल 32625 राशन किट (आटा, चावल, आलू, लदाल, सरसों का तेल, हल्दी, मिर्चा, नमक आदि) का वितरण किया जा चुका है। गैर जनपद के व्यक्तियों को उनके गृह जनपद को बसों के माध्यम से भेजा गया। प्रत्येक परिवार को राशन किट भी उपलब्ध कराया गया, जिसमें 10 किग्रा आटा, 10 किग्रा चावल, 05 किग्रा आलू, 01 किग्रा नमक, 02 लीटर खाद्य तेल, 02 किग्रा चना, हल्दी, मिर्चा आदि वस्तुऐं सम्मिलित थीं। राशन किट 145 परिवारों को प्रदान किया गया। लॉकडाउन से प्रभावित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के दैनिक मजदूर जैसे वेण्डर, पटरी व्यवसायी, रिक्शा-ई रिक्शा चालक, मण्डी में सब्जी आदि को लोड-अनलोड करने वाले आदि को एवं ग्रामीण क्षेत्रों के दैनिक मजदूरी करने वाले व्यक्तियों का सर्वे कराकर जनपद के शहरी क्षेत्र के 16447 व्यक्तियों एवं ग्रामीण क्षेत्र के 6248 व्यक्तियों को मिलाकर कुल 22695 पात्र लाभार्थियों को रुपये 1000 प्रति व्यक्ति की दर से कुल 2,26,95000 की धनरशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजी जा चुकी है। शेष का सर्वे सम्बन्धित द्वारा किया जा रहा है।
वितरित किए जा रहे भोजन के पैकेट्स
कम्यूनिटी किचेन के द्वारा प्रतिदिन शहरी क्षेत्र के शेल्टर होम में ठहरे हुए व्यक्तियों तथा अन्य जरुरतमंद लोगों को तकरीबन 900 फूड पैकेट्स-भोजन वितरित किया जा रहा है। इस पर अब तक करीब 6,38,000 रुपये की धनराशि का व्यय किया जा चुका है। जनपद में फूड्स शेल का गठन किया गया है, जिसमें भोजन के पैकेट का वितरण उपाध्यक्ष वाराणसी विकास प्राधिकरण के नेतृत्व में किया जा रहा है। इस काम में खाद्य अधिकारियों व उनके टीमों द्वारा लगभग एक दर्जन वाहनों का उपयोग करते हुए 82 स्वैच्छिक (काशी अन्न क्षेत्र, अन्य धार्मिक एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं) संस्थाओं द्वारा तैयार किये गये भोजन के पैकेट को जरुरतमंद लोगों को प्रतिदिन 17,000 पैकेट्स का वितरण किया जा रहा है।
वाराणसी में व्यय धनराशि
वाराणसी में अन्य प्रदेश-जनपदों से एवं विभिन्न कारणों से जनपद में रुके हुए व्यक्तियों-मजदूरों को 21 आश्रय स्थलों में क्वारेन्टाईन किये जाने की व्यवस्था की गयी है, जिसके अंतर्गत शहरी क्षेत्र में 14 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 07 आश्रय स्थल स्थापित किये गये है। उक्त आश्रय स्थलों में कुल मिलाकर 900 व्यक्ति ठहरे हुए है। आश्रय स्थलों पर ठहरे हुए प्रत्येक व्यक्ति को बिस्तर, चादर, तौलिया, साबुन, मग-बाल्टी तथा ब्रश एवं टूथपेस्ट आदि की व्यवस्था की गयी है तथा कॉमन किचेन-कम्यूनिटी किचेन के माध्यम से स्वास्थप्रद भोजन की भी व्यवस्था की गयी है। जनपद में स्थित आश्रय स्थलों का संचालन नगर निगम व तीनों तहसीलों-सदर, पिण्डरा तथा राजातालाब के द्वारा किया जा रहा है। इस पर अब तक 12,25,021 रुपये की धनराशि का व्यय किया जा चुका है। दिल्ली, गाजियाबाद आदि स्थानों में औद्योगिक-दैनिक मजदूरी करने वाले व्यक्ति बसों के माध्यम से बिहार राज्य एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों के रहने वाले व्यक्ति-परिवारों को भी आश्रय स्थल में व्यवस्थित किया गया तथा उनके रहन-सहन एवं खान-पान की उत्तम व्यवस्था की गयी है। कोविड-19 महामारी से बचाव एवं राहत के लिए बीएचयू मेडिकल कॉलेज को कोविड-19 से सम्बन्धित मेडिकल इंक्यूमेन्ट खरीदने के लिए तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को कोविड-19 संक्रमण की स्क्रीनिंग हेतु विभिन्न ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों मे आयोजित कैम्पों के लिए कुल 41,69,960 रुपये की धनराशि दी गयी। उपरोक्त समस्त मदों पर शासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी व्यवस्थाओं पर अब तक कुल 3,55,92,302 रुपये की धनराशि वाराणसी में व्यय की जा चुकी है।