Viral_investigation : पूर्व IAS अफसर ने अपने ट्वीटर हैंडल पर वीडियो शेयर करके CM Yogi पर साधा निशाना, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, बोले ADCP काशी जोन…
Varanasi : पीएम मोदी और सीएम योगी पर आये दिन कटाक्ष करने वाले यूपी के रिटायर्ड IAS आफिसर सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ पुलिस कमिश्नरेट, बनारस के लंका थाने में सोशल मीडिया में भ्रामक तथ्यों के साथ अफवाह फैलाने के आरोप में रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
दरअसल, पूर्व IAS ने अपने ट्वीटर हैंडल पर बनारस से जुड़ी एक वीडियो साझा करते हूए सीएम योगी पर निशाना साधा। उनके ट्वीट करते ही वाराणसी पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू हुई। जिसमें यह पुष्ट हुआ कि वीडियो एक वर्ष पुराना है और उसकी जांच पूरी हो चुकी है।
वाराणसी पुलिस ने उस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए वीडियो को पिछले साल का बताया तो आनन-फानन में पूर्व अधिकारी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। हालांकि इसके बाद किये गये अगले ही ट्वीट में उन्होंने पुलिस को ही आड़े हाथ ले लिया।
वहीं, प्रकरण के संदर्भ में एडीसीपी काशी जोन विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सूर्य प्रताप सिंह द्वारा किए गए ट्वीट की एसीपी भेलूपुर से जांच कराई गई। जांच में सामने आया कि जो वीडियो ट्वीट किया गया है वह 24 सितंबर 2020 का है। उस दौरान नाले में शव मिलने की घटना की मजिस्ट्रेटियल जांच भी हुई थी। उस प्रकरण में कोई कार्रवाई अब शेष नहीं है। सोशल मीडिया में अफवाह फैलाने और प्रशासन की छवि को धूमिल करने का काम किया है। इसलिए उनके खिलाफ पुलिस की ओर से लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
इसके साथ हीं पूर्व IAS ने फिर ट्वीट करते हुए लिखा- ”उत्तर प्रदेश पुलिस की प्राथमिकता का जवाब नहीं, बनारस में घटी सत्य घटना को ट्वीट करने पर मेरे ऊपर मुकदमा लिख दिया गया है। आरोप है कि घटना तो पहले की है, ट्वीट आज कैसे कर दिया गया। आपको तकलीफ बस इतनी है कि मैं आक्सीजन पर सवाल कैसे पूछ रहा हूं।”