#VIRAL_INVESTIGASTION : झूठा है सोशल मीडिया पर किया गया दावा, @Bhadohipolice के ट्वीट से ‘वायरल दावे का खंडन’

#VIRAL_INVESTIGASTION : सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा था कि उत्तर प्रदेश के भदोही में महिला ने खाना न होने के चलते अपने पांच बच्चों को नदी में फेंक दिया। पुलिस ने दावे का खंडन किया है। महिला ने पति से झगड़ा होने के चलते बच्चों को नदी में फेंका था। याद होगा, 12 अप्रैल को एक चौंकाने वाली घटना में उत्तर प्रदेश के भदोही में एक मां ने अपने पांच बच्चों को गंगा नदी में धकेल दिया। इस घटना के बाद से ही सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि महिला को यह कदम इसलिए उठाना पड़ा क्योंकि उसका परिवार से भूख से परेशान था। उनके पास खाने को कुछ नहीं था।

कहा गया, कोरोना वायरस #Covid19 से बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन के चलते ऐसे हालात बने। कुछ मीडिया हाउसेस ने इस खबर को प्रचारित-प्रसारित किया। आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट प्रशांत भूषण ने पब्लिश की गई एक स्टोरी शेयर करते हुए लिखा- ‘हार्टब्रेकिंग! एक चौंकाने वाली घटना में, यूपी में मां 5 बच्चों को नदी में फेंक देती है। उसने कहा कि, उसके पास बच्चों के लिए कोई भोजन नहीं था और वह दिहाड़ी मजदूर है और लॉकडाउन के चलते उसका कामकाज बंद हो गया’।

एक्टिविस्ट कविता कृष्णा, आईएनसी लीडर सलमान निजामी सहित कई पत्रकारों ने भी इस दावे के साथ इस खबर को शेयर किया। भदोही पुलिस ने ट्वीट कर वायरल दावे का खंडन किया। पुलिस ने एक वीडियो क्लिप शेयर किया, जिसमें महिला के घर तैयार भोजन दिख रहा है।

पुलिस ने महिला का वीडियो क्लिप भी शेयर किया जिसमें वो खुद यह कहते हुए सुनाई दे रही है कि पति से झगड़े के चलते टेंशन बढ़ा। इसी कारण बच्चों को नदी में फेंक दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ये दावा झूठा है कि महिला ने भूख के चलते बच्चों को नदी में फेंका।